नई दिल्ली। प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी समेत कुल 71 मंत्री रविवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ले चुके हैं। मोदी की नई टीम में एससी/एसटी और ओबीसी वर्ग को अधिक मौका दिया गया है। वहीं सामान्य वर्ग से मंत्री बनने वालों की संख्या में कमी आई है। हालांकि इसकी एक वजह यह है कि आरके सिंह, महेंद्रनाथ पांडेय और अजय मिश्रा टेनी समेत कई दिग्गजों को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है।
मोदी 3.0 में ठाकुर समुदाय से आने वाले चार नेताओं को मंत्री बनाया गया है। इनमें राजनाथ सिंह, गजेंद्र सिंह शेखावत, जितेंद्र सिंह और गोंडा से सांसद कीर्तिवर्धन सिंह का नाम शामिल है। हालांकि मोदी के पहले और दूसरे कार्यकाल में इनकी संख्या अधिक थी। मोदी की मंत्रिपरिषद में शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल, एचडी कुमारस्वामी और जीतन राम मांझी जैसे पूर्व मुख्यमंत्रियों को जगह दी गई। टीडीपी के राममोहन नायडू (36) सबसे युवा कैबिनेट मंत्री हैं। 71 में से 33 नेताओं ने पहली बार केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली है।
इन महिला नेताओं को मंत्रिपरिषद में मिली जगह
मंत्रिपरिषद में सात महिलाओं को जगह मिली है। झारखंड के कोडरमा से सांसद अन्नपूर्णा देवी को पदोन्नति मिली है। अब उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
अन्नपूर्णा देवी (कैबिनेट मंत्री)
निर्मला सीतारमण (राज्यसभा, कैबिनेट मंत्री)
शोभा करांदलाजे (राज्य मंत्री)
अनुप्रिया पटेल (राज्य मंत्री)
नीमूबेन बमभानिया (राज्य मंत्री)
रक्षा खड़से (राज्य मंत्री)
सवित्री ठाकुर (राज्य मंत्री)
कोई मुस्लिम चेहरा नहीं
मोदी 3.0 में किसी भी मुस्लिम चेहरे को मंत्रिपरिषद में जगह नहीं मिली है। हालांकि इससे पहले कार्यकाल में एमजे अकबर और मुख्तार अब्बास नकवी को मंत्री बनाया गया था। हरदीप पुरी और रवनीत सिंह बिट्टू के रूप में दो सिख चेहरों को जगह दी गई है। वहीं ईसाई समुदाय से आने वाले जार्ज कुरियन को भी मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है।