पाकिस्तान की घटिया हरकतें जारी, भारत डिप्लोमैट्स को टारगेट बना रहा इस्लामाबाद

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“ऑपरेशन सिंदूर” के बाद बौखलाया पाकिस्तान, गैस-सिलेंडर और पानी तक रोका गया!

नई दिल्ली/इस्लामाबाद – पाकिस्तान अपनी नीच राजनीति और कायरता की नई मिसालें गढ़ रहा है। भारत के “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता के बाद बौखलाए इस्लामाबाद ने अब भारतीय राजनयिकों को टारगेट बनाना शुरू कर दिया है।

सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय डिप्लोमैट्स के घरों में घरेलू गैस की सप्लाई बंद कर दी है। यही नहीं, स्थानीय गैस सिलेंडर विक्रेताओं को सख्त आदेश दिए गए हैं कि वे भारतीय अधिकारियों को सिलेंडर न बेचें।

और यह यहीं नहीं रुका। रिपोर्ट के अनुसार, मिनरल वाटर, न्यूजपेपर और दूसरी दैनिक जरूरतों की सप्लाई भी जानबूझकर रोकी जा रही है। यह कदम किसी आवेश में नहीं, बल्कि ISI द्वारा रची गई साजिश का हिस्सा है, जो भारत को “छोटे-मोटे बदले” के जरिए तंग करने का प्रयास कर रही है।


क्या यह वही पाकिस्तान है जो शांति की बातें करता है?

ये कोई पहली बार नहीं है। इतिहास गवाह है –
जब भी भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाता है, पाकिस्तान राजनयिक मर्यादाओं को ताक पर रखकर ओछी हरकतें करने लगता है।

👉 2019 में पुलवामा हमले के बाद, भारत ने एयर स्ट्राइक कर आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिकों को परेशान करना शुरू कर दिया था – पीछा करना, फर्जी कॉल्स करना, सुरक्षा में बाधा डालना।

👉 आज फिर वही हो रहा है। लेकिन इस बार भारत भी खामोश नहीं है।


🇮🇳 भारत ने भी दिखाया सख्त रुख – जवाबी कार्रवाई शुरू

सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार ने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारियों को अखबार और अन्य गैर-आवश्यक सुविधाएं देना बंद कर दिया है।
कूटनीतिक हलकों में स्पष्ट संदेश दे दिया गया है –
अगर पाकिस्तान मर्यादा तोड़ेगा, तो भारत जवाब देने से पीछे नहीं हटेगा।


🔥 पाकिस्तान की बौखलाहट – भारत की मजबूती का प्रमाण

“ऑपरेशन सिंदूर” जैसी साहसी कार्रवाइयों ने यह साबित कर दिया है कि भारत अब सिर्फ निंदा नहीं करता, जवाब देता है।
और जब भारत जवाब देता है, तो दुश्मन देश सिर्फ गैस सिलेंडर और अखबार रोकने तक सिमट जाता है।


भारत की चेतावनी स्पष्ट है – संयम को कमजोरी मत समझो!

राजनयिकों का उत्पीड़न अंतरराष्ट्रीय नियमों और विएना कन्वेंशन का खुला उल्लंघन है। भारत इस मामले को सख्ती से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठा सकता है

लेकिन पाकिस्तान को यह समझना चाहिए –
यह 1947 का भारत नहीं है। यह नया भारत है – जो शांति चाहता है, पर कमजोरी नहीं दिखाता।


📌 पाकिस्तान को चेतावनी – जितना छेड़ोगे, उतना ही भुगतोगे!
भारत शांत है, लेकिन सोया नहीं है।
अगर पाकिस्तान अपने पुराने तौर-तरीकों से बाज़ नहीं आया, तो अगली बार शायद सिर्फ ऑपरेशन “सिंदूर” नहीं, कुछ और भी हो सकता है।

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