मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग (PWD) के रिटायर्ड इंजीनियर-इन-चीफ जी.पी. मेहरा के कई ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस ने छापेमारी की है. यह कार्रवाई गुरुवार को भोपाल और नर्मदापुरम जिलों में की गई थी. छापेमारी अवैध रूप से संपत्ति जमा करने की शिकायत के आधार पर की गई.
छापे के दौरान मिला करोड़ों का सोना
पुलिस को छापे के दौरान करोड़ों रुपये का सोना, नकदी, जमीन से जुड़े दस्तावेज और लगभग 17 टन शहद बरामद हुआ. लोकायुक्त पुलिस ने यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज होने के बाद की गई है.
भोपाल के ठिकानों पर पुलिस की कार्रवाई
भोपाल के मणिपुरम कॉलोनी स्थित मेहरा के आवास पर अधिकारियों ने छापेमारी करते हुए 8.79 लाख रुपये नकद, लगभग 50 लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण, 56 लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट और करीब 60 लाख रुपये की अन्य बहुमूल्य वस्तुएं जब्त की है. इसके अलावा, मेहरा के ओपल रीजेंसी फ्लैट से 26 लाख रुपये नकद, 2.649 किलोग्राम सोना जिसकी कीमत 3.05 करोड़ रुपये बताई गई, और 5.523 किलोग्राम चांदी जिसकी कीमत 5.93 लाख रुपये है, बरामद हुई.
अधिकारियों ने भोपाल के गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित मेहरा की पीवीसी पाइप बनाने वाली फैक्ट्री, के.टी. इंडस्ट्रीज पर भी तलाशी ली. फैक्ट्री से उपकरण, कच्चा माल, तैयार माल और स्वामित्व के कागजात जब्त किए गए. लोकायुक्त के अनुसार, यह यूनिट मेहरा के बेटे रोहित और कैलाश नायक के संयुक्त स्वामित्व में है.
मेहरा के अन्य ठिकानों पर पुलिस की छापेमारी
नर्मदापुरम जिले की सोहागपुर तहसील के सैनी गांव में भी मेहरा की संपत्ति की जांच की गई. यहां टीम ने 17 टन शहद, छह ट्रैक्टर, महंगी कृषि मशीनरी, 32 निर्माणाधीन और सात पूर्ण कॉटेज, दो मछली फार्म, दो गौशालाएं, दो बड़े तालाब और एक मंदिर बरामद किए. इसके साथ ही कई जमीन और संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी जब्त किए गए.
मेहरा और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर कई लग्जरी गाड़ियां भी पाई गईं, जिनमें फोर्ड एंडेवर, स्कोडा स्लाविया, किया सोनेट और मारुति सियाज शामिल हैं. अधिकारियों ने फिक्स्ड डिपॉजिट, शेयर और बीमा पॉलिसियों से जुड़े दस्तावेजों की भी जांच शुरू कर दी है. लोकायुक्त यह पता लगाने में जुटा है कि मेहरा शहद के व्यवसाय से जुड़े थे या नहीं.