जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
नेपाल में आई बाढ़ में मध्य प्रदेश के 23 लोग फंसे हुए थे, जिनकी अब घर वापसी हो रही है। दरअसल, सभी भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन करने नेपाल के काठमांडू गए थे। लेकिन वहां बाढ़ और भूस्खलन की वजह से फंस गए थे। जिसके बाद सभी ने केंद्र और मध्य प्रदेश सरकार से मदद की गुहार लगाई थी। वहीं, अब एमपी सरकार की पहल के बाद अधिकारियों की टीम श्रद्धालुओं को लेकर मध्य प्रदेश लौट रही है। बता दें, सभी तीर्थयात्री करीब 11 दिन बाद मध्य प्रदेश के लिए रवाना हुए हैं।
घर वापसी के दौरान जबलपुर के वेटरनरी प्रोफेसर ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें मध्य प्रदेश के सभी लोग और उनका परिवार बस में बैठे हुए हैं। डॉक्टर की आंखें नम हैं। उनका कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार और पशुपतिनाथ भगवान की कृपा से हम सभी सकुशल वापस लौट रहे हैं। बता दें कि डिंडौरी के 7, मंडला के 1, जबलपुर के 5 और रीवा के 8 श्रद्धालु पशुपतिनाथ के दर्शन करने काठमांडू गए थे। अचानक आई बाढ़ में सभी फंस गए। सभी ने वीडियो जारी कर सरकार से मदद की गुहार लगाई। प्रशासन के संज्ञान में आने के बाद सरकार के समन्वय से तत्काल मदद पहुंचाई गई।
वहीं, बुधवार सुबह 7 बजे विशेष वाहन से तीर्थ यात्री मध्य प्रदेश के लिए रवाना हुए। मदद पहुंचाने के लिए सभी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार जताया है।
CM यादव ने मीडिया से चर्चा कर कहा, “नेपाल में भूस्खलन क्षेत्र में फंसे मध्य प्रदेश के हमारे सभी भाई-बहनों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। यह हमारे लिए बहुत संतोष और खुशी की बात है कि सभी लोग सुरक्षित हैं।” मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार के अथक प्रयासों से सभी व्यक्तियों को बसों के माध्यम से नेपाल से भारत लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही अपने गृह जिलों जबलपुर, डिंडोरी और रीवा पहुंचेंगे तथा अपने प्रियजनों से मिलेंगे। मध्य प्रदेश सरकार हर परिस्थिति में अपने नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। सीएम यादव ने कहा कि राज्य सरकार मध्य प्रदेश के नागरिकों की सुरक्षित निकासी में सहयोग के लिए नेपाल सरकार, सुरक्षाकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त करती है।