जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर चर्चा में हैं। हाल ही में, वे 3 नवंबर को छत्तीसगढ़ के कवर्धा में बालाजी हनुमान मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर महाकुंभ में साधुओं की दुकान आवंटन को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि गैर हिंदुओं का महाकुंभ में प्रवेश नहीं होना चाहिए।
उन्होंने साधुओं की मांग को सही ठहराते हुए कहा कि केवल उन लोगों को यह जिम्मेदारी दी जानी चाहिए, जिन्हें सनातन संस्कृति और हिंदू धर्म का सही ज्ञान हो।
उन्होंने आगे कहा कि महाकुंभ में गैर हिंदुओं का प्रवेश नहीं होना चाहिए। जो लोग हमारी परंपरा और संतों की महानता को नहीं समझते, उन्हें हमारे आंगन में क्यों होना चाहिए? जब उन्हें राम से कोई लेना-देना नहीं, तो राम के काम से उन्हें क्या मतलब? गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ शुरू हो जाएगा।
वहीं, असम के गुवाहाटी में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने पहले भी इस तरह के बयान दिए हैं कि “हिंदू बच्चों को न तो गीता का ज्ञान है और न ही रामायण का, जबकि मुसलमानों के बच्चों को कुरान और ईसाइयों को बाइबल का ज्ञान है।”
बता दें, पंडित धीरेंद्र शास्त्री हिंदुओं को एकजुट करने के लिए 21 नवंबर से बागेश्वर धाम से 160 किमी लंबी पदयात्रा शुरू कर रहे हैं। बागेश्वर धाम से शुरू होकर यह पदयात्रा ओरछा धाम तक जाएगी। ओरछा धाम में इस पदयात्रा का समापन 29 नवंबर को होगा।