जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
रतलाम जिले की सैलाना सीट से विधायक कमलेश्वर डोडियार ने 14 दिसंबर को जेल से बाहर आने के बाद बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वे जेल में आंदोलन करने वाले थे, इसलिए उन्हें रिहा किया गया।
दरअसल, 5 दिसंबर को जिला अस्पताल में विधायक डोडियार का डॉ. सीपीएस राठौर से विवाद हो गया था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में डॉक्टर विधायक को अपशब्द कह रहे थे, जिसके बाद विधायक की भी उनसे तीखी बहस हुई। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज तक हो गई। अस्पताल के स्टाफ और पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। घटना के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई। विधायक के खिलाफ डॉक्टर एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है, जबकि डॉक्टर पर अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। वहीं, इस विवाद के विरोध में कमलेश्वर डोडियार ने 11 दिसंबर को महा आंदोलन का आह्वान किया था। लेकिन बिना अनुमति आंदोलन करने की वजह से प्रशासन ने विधायक और उनके समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं, अब जेल से बाहर आने के बाद विधायक कमलेश्वर डोडियार ने आरोप लगाया है कि मुझे गालियां देकर बदसलूकी करने वाला डॉक्टर सीपीएस राठौर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर का रिश्तेदार है। ऐसे में न्याय मिलना मुश्किल है। डोडियार ने यह भी कहा कि वे जिला अस्पताल में ड्यूटी डॉक्टर की अभद्रता के मामले को विधानसभा में भी उठाएंगे और विशेष अधिकार और स्थगन प्रस्ताव भी लाएंगे।