जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
“वीर बाल दिवस” पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों की वीरता और शौर्य को याद करते हुए कहा कि प्रदेश में अब गुरु गोविंद सिंह जी के चार साहिबजादों की वीरता को स्कूली पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल के हमीदिया रोड स्थित गुरुद्वारे में कही।
आपको बता दें कि आज “वीर बाल दिवस” पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हमीदिया रोड के गुरुद्वारे में जाकर मत्था टेककर दिन की शुरुआत की और साहिबजादों के बलिदान को याद किया। इस मौके पर उन्होंने गुरबाणी का श्रवण भी किया। साथ ही गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हमीदिया रोड द्वारा निकाली गई किताब “साहिब श्री गुरु गोविंद सिंह जी के लख्ते जिगर चार साहिबजादे एवं माता गुजरी जी की लासानी शहादत की गाथा” का विमोचन किया। उन्होंने इस मौके पर लघु फिल्म “शहीदी गाथा” भी देखी। इस कार्यक्रम में भोपाल की महापौर मालती राय, सांसद आलोक शर्मा, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि नेहा बग्गा और सिख समाज के कई लोग मौजूद थे।
इस अवसर पर अपने संबोधन की शुरुआत “जो बोले सो निहाल-सत् श्री अकाल” के उद्घोष से करते हुए उन्होंने कहा कि आज का दिन सिर्फ भारत के लिए नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए खास है। गुरु गोविंद सिंह ने अपने जीवन को धर्म, समाज और देश के लिए समर्पित किया। उनके परिवार ने भी देश के लिए बलिदान दिया, जो कि इतिहास में एक अनोखी घटना है। वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं को पाठ्यक्रम में जोड़ा जा रहा है। इससे आने वाली पीढ़ियों को वीर बालकों की शहादत के बारे में जानकारी मिलेगी, और उनके साहस, बलिदान और दृढ़ संकल्प का भी जिक्र होगा।
डॉ. यादव ने गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हमीदिया रोड की तारीफ की, जिन्होंने वीर बाल दिवस पर बच्चों को सभी व्यवस्थाएं सौंपने का कदम उठाया और बच्चों द्वारा जिम्मेदारी से निभाए जा रहे कार्यों की सराहना की।