पार्वती नदी पुल हादसा: अचानक धसने लगा 1976 में बना पार्वती नदी का पुल, भारी वाहनों की आवाजाही पर लगी रोक…

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

यह एक रात का खौ़फनाक मंज़र था, जब राजधानी भोपाल से सटे बेरसिया नरसिंहगढ़ रोड पर पार्वती नदी का वह पुल अचानक धंस गया। एक पुल, जो 49 सालों से लोगों की आवाजाही का जरिया था, रातोंरात एक खतरनाक हादसे का कारण बन गया। क्या हुआ था? किस कारण यह पुल धंस गया?

गुरुवार की रात, भोपाल और नरसिंहगढ़ के बीच स्थित पार्वती नदी पर बने इस पुल की संरचना अचानक टूट गई। पुल के दोनों तरफ बने बेरिकेड्स से अब भारी वाहनों का गुजरना मना है। लेकिन, सवाल यह उठता है कि क्या यह सिर्फ एक हादसा था या कुछ और? क्यों यह पुल अचानक इस स्थिति में पहुंचा? क्या था इसका राज?

दरअसल, गुरुवार रात अचानक से पार्वती नदी पर बने इस 49 साल पुराने पुल का एक हिस्सा धंस गया। बताया जा रहा है कि पुल 16 जनवरी को क्रैक कर गया था। जैसे ही यह घटना हुई, पुल पर आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है और भारी वाहनों का आना-जाना भी रोक दिया गया है। इस घटना के बाद, एसडीएम आशुतोष शर्मा मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। साथ ही उन्होंने भोपाल के सड़क विकास निगम (MPRDC) को एक लेटर भी लिखा, जिसमें उन्होंने पुल के क्षतिग्रस्त होने का जिक्र करते हुए, वाहनों की आवाजाही रोकने का आदेश दिया।

जांच के लिए एक 4 सदस्यीय टीम बनाई गई है, जो आज यानी 17 जनवरी को इस पुल की गहराई से जांच करके रिपोर्ट सौंपेगी। एसडीएम ने कहा कि पुल के पिलर के नीचे बड़ा गड्ढा हो गया है, जिससे जानमाल का खतरा उत्पन्न हो सकता था। गनीमत रही कि यह घटना रात के वक्त नहीं हुई, वरना एक बड़ा हादसा हो सकता था।

बता दें, यह पुल लगभग 49 साल पुराना है और इसका निर्माण 1976 में हुआ था। समय-समय पर इस पुल की मरम्मत नहीं होने के कारण इसकी स्थिति इतनी खराब हो गई कि यह धंस गया। फिलहाल, एमपीआरडीसी के एक्सपर्ट्स जांच करके यह बताएंगे कि इस घटना का असली कारण क्या था। वहीं, सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुल के दोनों तरफ बेरिकेडिंग की गई है ताकि कोई भी भारी वाहन पुल पर न चढ़ सके।

 

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