जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
प्रयागराज महाकुंभ में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ! भारी भीड़ के बीच भगदड़ मची और 20 से ज्यादा श्रद्धालु काल के गाल में समा गए! वहीं, इस घटना में मध्यप्रदेश के छतरपुर की हुकुम लोधी (45) की मौत हो गई, जबकि उनकी बेटी दीपा लोधी (19) गंभीर रूप से घायल है। वहीं, भितरवार के हरि साहू और उनकी पत्नी शकुंतला साहू का अब तक कोई सुराग नहीं! परिजन रो-रोकर बेहाल हैं, लेकिन कोई नहीं जानता कि वे जिंदा हैं या नहीं…
महाकुंभ में भारी भीड़ और आज हुई घटना के बाद स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि अब श्रद्धालुओं को MP-UP बॉर्डर पर ही रोक दिया गया है। प्रयागराज जाने वाले रास्ते बंद कर दिए गए हैं, ताकि भीड़ और न बढ़े। वहीं, मध्यप्रदेश के श्रद्धालुओं को रीवा जिले के चाकघाट के पास रोक दिया गया है। बता दें, चाकघाट से यूपी बॉर्डर तक का रास्ता बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने ऐलान किया कि इस रास्ते से ही छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्य प्रदेश से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचते हैं, और अब इस मार्ग को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जा रहा है।
चाकघाट पर स्थित रीवा-प्रयागराज सीमा पर 20-25 किलोमीटर लंबा जाम लग चुका है। श्रद्धालु गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, न ही वे घर लौट पा रहे हैं! जाम में फंसे लोग घंटों से बेहाल हैं, कई लोगों की हालत गंभीर हो रही है, लेकिन प्रशासन का दावा है कि वह स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है।
हालांकि इसी बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने श्रद्धालुओं से प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने और संयम बनाए रखने की अपील की है। बता दें, मुख्यमंत्री डॉ. यादव अभी जापान दौरे पर हैं। लेकिन उन्होंने वहां से प्रदेश की व्यवस्थाओं पर नज़र बनाए रखी है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रयागराज में श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने से रीवा जिले के चाकघाट थाना अंतर्गत सीमा पर पहुँच रहे हजारों श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आगे कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रदेश के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं, जो श्रद्धालुओं के खाने-पीने से लेकर ठहरने की समुचित व्यवस्था का ध्यान रख रहे हैं। साथ ही स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों के लिए डॉक्टर्स की टीम भी मौके पर उपलब्ध है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के महापर्व पर तीर्थराज प्रयाग में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु पवित्र स्नान करने पहुंच रहे हैं। स्नान पर्व को दृष्टिगत रखते हुए श्रद्धालुओं को रीवा जिले में मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश की सीमा पर रुकने का सुझाव दिया गया है।