राजस्थान में हड़कंप! जेल से फिर मिली मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी, प्रशासन में मचा हड़कंप; दौसा जिले की श्यालावास जेल से आरोपी गिरफ्तार

You are currently viewing राजस्थान में हड़कंप! जेल से फिर मिली मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी, प्रशासन में मचा हड़कंप; दौसा जिले की श्यालावास जेल से आरोपी गिरफ्तार

जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

राजस्थान की राजनीति में उस समय सनसनी मच गई जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को फिर से जान से मारने की धमकी मिली है—वह भी जेल के भीतर से। जी हाँ, शुक्रवार देर रात जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में आई इस धमकी भरी कॉल ने पूरे प्रशासन को हिला कर रख दिया। पुलिस ने तुरंत कॉल ट्रेस किया, और जो सामने आया, उसने सभी को चौंका दिया—धमकी दौसा जिले की श्यालावास जेल से दी गई थी।

जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार देर रात जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में धमकी भरा एक फोन कॉल आया था। जैसे ही धमकी की खबर मिली, दौसा पुलिस ने बिना देर किए चार थानों की टीमें और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जेल पर छापा मारा। करीब 100 से अधिक सुरक्षाकर्मियों ने रातभर तलाशी अभियान चलाया और आखिरकार आरोपी रिंकू रडवा को पकड़ लिया। यह वही अपराधी है जो पॉक्सो एक्ट के तहत सजा काट रहा है। पुलिस ने उसके पास से मोबाइल फोन बरामद कर लिया, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर जेल में फोन कैसे पहुंचा? और क्यों मुख्यमंत्री को टारगेट किया गया?

क्या यह सिर्फ एक संयोग है? या कोई बड़ी साजिश!

राजस्थान में बीते कुछ महीनों से राजनीतिक सरगर्मी तेज है। मुख्यमंत्री को धमकी मिलना कोई नई बात नहीं है, लेकिन यह दूसरी बार है जब जेल के भीतर से यह हरकत की गई है। पिछले साल जुलाई में भी इसी जेल से एक कैदी ने मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी दी थी। उस समय पुलिस ने सख्त कार्रवाई का दावा किया था और जेल में चप्पे-चप्पे की तलाशी ली गई थी। तब 10 मोबाइल फोन, चार्जर, पेन ड्राइव और कई संदिग्ध वस्तुएं बरामद की गई थीं

अब यह सवाल उठने लगा है कि आखिर जेल में मोबाइल फोन कैसे पहुंच रहे हैं? क्या कोई बड़ा नेटवर्क जेल के अंदर से ऑपरेट हो रहा है? या फिर यह किसी राजनीतिक साजिश का हिस्सा है? मुख्यमंत्री को दोबारा धमकी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस प्रशासन सकते में आ गया है। पुलिस अब इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

Leave a Reply