जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
वडोदरा हिट एंड रन केस में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। अब एक्सीडेंट से कुछ देर पहले का एक CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें मुख्य आरोपी रक्षित चौरसिया के हाथ में एक बोतल नजर आ रही है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि वह अपने दोस्त सुरेश के साथ स्कूटी से उसके घर आया था। यहां दोनों के बीच बातचीत हुई और फिर वह सीढ़ियों से ऊपर गया। इसके बाद, उसके दोस्त प्रांशु चौहान की काली फॉक्सवैगन वर्टस कार वहां पार्क होती नजर आई।
CCTV फुटेज में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ—रक्षित शुरुआत में कार की ड्राइविंग सीट पर नहीं था, लेकिन कुछ पलों के भीतर ही उसने सीट बदल ली। पुलिस का कहना है कि रक्षित ने खुद ड्राइविंग सीट पर बैठने की जिद की, जिससे यह हादसा हुआ।
कैसे हुआ हादसा?
3 मार्च की रात वडोदरा के पॉश इलाके करेलीबाग में यह दर्दनाक हादसा हुआ। तेज रफ्तार काली कार ने तीन गाड़ियों को टक्कर मार दी, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और 7 अन्य लोग घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कार बेकाबू होकर आगे बढ़ी और सड़क पर अफरा-तफरी मच गई। बता दें, हादसे में शामिल फॉक्सवैगन वर्टस कार (GJ06RA6879) प्रांशु चौहान के पिता की थी। RTO रिकॉर्ड के मुताबिक, यह कार डायोन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर रजिस्टर्ड है।
CCTV फुटेज में क्या दिखा?
- रात करीब 10:30 बजे रक्षित और सुरेश स्कूटी पर सुरेश के घर पहुंचे।
- रक्षित के हाथ में एक बोतल थी, लेकिन उसमें क्या था, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है।
- करीब 11:15 बजे दोस्त प्रांशु चौहान अपनी कार लेकर वहां पहुंचा।
- CCTV फुटेज के अनुसार, प्रांशु पहले ड्राइविंग सीट की तरफ बढ़ा, लेकिन तभी रक्षित वहां आया और सीट बदल ली।
- फुटेज कुछ सेकंड के लिए ब्लॉक हुआ, लेकिन जब फिर से दिखा, तो रक्षित ड्राइविंग सीट पर था और प्रांशु उससे बात कर रहा था।
- इसके कुछ ही मिनट बाद, कार तीन वाहनों से टकरा गई।
हादसे के बाद का वीडियो भी आया सामने
एक्सीडेंट के तुरंत बाद के वीडियो में कार के एयरबैग खुले नजर आते हैं। इसमें प्रांशु रक्षित को रोकने की कोशिश करता दिख रहा है और चिल्लाता है—“हटो तुम!” इसके बाद, गुस्से में बाहर निकलते हुए वह जोर से बोलता है—“पागल है!” इस पर रक्षित जवाब देता है—“एनअदर राउंड!” लेकिन तभी मौके पर जमा भीड़ ने रक्षित को पकड़ लिया, जबकि प्रांशु वहां से फरार हो गया।
हालांकि पुलिस पूछताछ में रक्षित ने कहा कि उसने शराब नहीं पी थी। उसका दावा था— “हम एक स्कूटर को ओवरटेक कर रहे थे, तभी कार किसी गाड़ी से छू गई और एयरबैग खुल गए। मुझे कुछ भी दिखाई नहीं दिया और कार बेकाबू हो गई। ये मेरी गलती है, मैं पीड़ितों के परिवार से मिलना चाहता हूं।” रक्षित ने घटना के बाद एक न्यूज पोर्टल को बताया—
“हम होलिका दहन के लिए मिले थे और वहां से मेरे कमरे की तरफ जा रहे थे। कार ऑटोमेटिक और स्पोर्ट्स मोड में थी, लेकिन मुझे ऑटोमेटिक कार चलाना नहीं आता। अचानक एक्सीडेंट हो गया और एयरबैग खुल गए। इसके बाद क्या हुआ, मुझे नहीं पता। मेरी कार सिर्फ 50-60 की रफ्तार में थी।”
DCP के मुताबिक, एक्सीडेंट के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों के ब्लड सैंपल लिए। रैपिड टेस्ट में खुलासा हुआ कि होलिका दहन के दिन दोनों ने ड्रग्स लिया था। अब मेडिकल टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। वहीं, पुलिस ने मुख्य आरोपी रक्षित चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन प्रांशु चौहान अभी भी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है और जल्द ही उसे पकड़ने की बात कह रही है।