जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है। दरअसल, मौसम विभाग के मुताबिक, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और ट्रफ लाइन की सक्रियता के चलते प्रदेश में यह बदलाव हो रहा है। बीते कुछ दिनों से दिन के तापमान में गिरावट देखी जा रही है और 14 मार्च से ही कुछ हिस्सों में हल्की बारिश का सिलसिला जारी है। अब 19 मार्च से फिर से बारिश, आंधी और गरज-चमक की स्थिति बनने वाली है। मौसम विभाग के अनुसार, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभागों में इस सिस्टम का कोई खास असर देखने को नहीं मिलेगा। यहां बारिश या तेज हवाओं की संभावना कम है, हालांकि बादलों की आवाजाही बनी रह सकती है।
वहीं, जबलपुर, मंडला समेत 13 जिलों में बुधवार को हल्की बारिश हो सकती है, जबकि भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, शहडोल, चंबल और सागर संभाग में 20 और 21 मार्च को तेज आंधी, गरज-चमक और बारिश की संभावना जताई गई है। इन इलाकों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
कहां-कहां होगी बारिश?
20 और 21 मार्च को भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, रायसेन, सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट, सिवनी, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, कटनी, सतना, रीवा, सीधी और सिंगरौली में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है। वहीं, 22 मार्च को रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मंडला और बालाघाट में भी बारिश और आंधी का असर दिख सकता है।
वहीं, 20 और 21 मार्च को प्रदेश में हवा की गति सामान्य से काफी अधिक होगी। आमतौर पर 10 से 12 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलती है, लेकिन इन दो दिनों में यह रफ्तार 30 से 50 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। ऐसे में कमजोर संरचनाओं, पेड़ों और बिजली के खंभों के गिरने की आशंका रहेगी।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश और बादलों के कारण अधिकतम तापमान में 3 से 5 डिग्री तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। वहीं, न्यूनतम तापमान में भी हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है, जिससे सुबह और रात के समय हल्की ठंडक महसूस होगी।