जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए चना, मसूर और सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए पंजीयन की अंतिम तिथि 21 मार्च 2025 तक बढ़ा दी है। यह निर्णय उन किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जो अब तक किसी कारणवश अपना पंजीयन नहीं करा पाए थे। शासन से प्राप्त निर्देशों के अनुसार, रबी विपणन वर्ष 2025-26 के तहत इन फसलों की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जाएगी, जिससे प्रदेश के लाखों किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
कौन-कौन सी फसलों की खरीदी होगी और क्या है समर्थन मूल्य?
मध्यप्रदेश सरकार ने रबी फसलों के लिए निम्नलिखित समर्थन मूल्य घोषित किए हैं—
- चना (चना दाल) – ₹5650/- प्रति क्विंटल
- मसूर (लेंस दाल) – ₹6700/- प्रति क्विंटल
- सरसों (राई/राईसिंह) – ₹5950/- प्रति क्विंटल
सरकार द्वारा घोषित ये समर्थन मूल्य किसानों को उनकी मेहनत का सही दाम दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे किसान बाजार के उतार-चढ़ाव की चिंता किए बिना अपनी उपज को न्यूनतम लाभकारी मूल्य पर बेच सकेंगे।
पंजीयन कहां और कैसे कराएं?
सरकार ने चना, मसूर और सरसों की खरीदी को लेकर वही प्रक्रिया अपनाई है, जो गेहूं उपार्जन के लिए निर्धारित की गई थी। यानी कि—
- खाद्य विभाग के पोर्टल पर पंजीयन करा सकते हैं।
- अपनी नजदीकी सेवा सहकारी समिति में जाकर भी पंजीयन करवाया जा सकता है।
- उपार्जन (खरीदी) के लिए स्लॉट बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
जो किसान पहले से ही गेहूं उपार्जन के लिए पंजीकृत हैं, वे बिना किसी अतिरिक्त झंझट के अपने चना, मसूर और सरसों के लिए भी आसानी से पंजीयन कर सकते हैं।
उपार्जन प्रक्रिया और खरीदी की तारीखें
- पंजीयन की नई अंतिम तिथि – 21 मार्च 2025
- उपार्जन (खरीदी) की प्रस्तावित अवधि – 25 मार्च से 31 मई 2025
इस अवधि के दौरान किसानों की उपज सरकारी मंडियों में समर्थन मूल्य पर खरीदी जाएगी। सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि किसानों को समय पर भुगतान मिले और किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।