जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
सीतापुर का राजनीतिक माहौल एक बार फिर गर्म है। यौन शोषण के आरोप में 49 दिन जेल में गुजारने के बाद कांग्रेस सांसद राकेश राठौर को बुधवार सुबह रिहा कर दिया गया। सीतापुर जेल के भारी लोहे के दरवाजे खुले, और सांसद हाथ जोड़ते हुए बाहर निकले। कैमरे चमकने लगे, समर्थकों की भीड़ जुट गई, लेकिन राठौर के चेहरे पर कोई खास खुशी नहीं थी। वह सीधे एक सफेद फॉर्च्यूनर में बैठे और अपने आवास की ओर रवाना हो गए। घर पहुंचते ही पत्नी नीलम राठौर और परिवार के बाकी सदस्य भावुक हो गए। पत्नी ने जब उन्हें देखा, तो उनकी आंखें छलक पड़ीं। खुद राठौर भी अपने आंसू नहीं रोक पाए।
“हर कदम पर पेंच ही पेंच” – सांसद का बयान, साजिश की ओर इशारा
जेल से बाहर आते ही सांसद ने मीडियाकर्मियों से कहा –
“एफआईआर से लेकर रिहाई तक हर जगह पेंच ही पेंच हैं। दोषियों के चेहरे बेनकाब होंगे। सच्चाई जनता के सामने आएगी। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। यह जीवन का पहला मौका है जब अपने लोगों से इतने दिनों तक दूर रहना पड़ा।”
लेकिन इसके उलट महिला नेता के पति ने इस फैसले को न्याय के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा –
“इतनी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी जमानत मिलना न्याय नहीं है। हमें अब भी भरोसा है कि सच्चाई सामने आएगी और जल्द ही न्याय मिलेगा।”
लेकिन इस रिहाई के साथ ही सवाल भी उठ खड़े हुए हैं। क्या यह एक राजनीतिक साजिश थी? क्या सांसद के खिलाफ दर्ज केस में सच्चाई थी? या फिर यह महिला नेता का कोई पर्सनल बदला था?
क्या है पूरा मामला?
यह 15 जनवरी 2025 की बात है। सीतापुर की एक महिला नेता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
🔴 उसने आरोप लगाया कि सांसद राकेश राठौर ने उसे शादी और राजनीतिक करियर बनाने का झांसा देकर चार साल तक शारीरिक संबंध बनाए।
🔴 जब उसने शादी करने की बात की, तो सांसद ने उसे जान से मारने की धमकी दी।
- 17 जनवरी को पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर सांसद के खिलाफ रेप और अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया।
- इसके बाद पीड़िता का मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया गया, जिसमें उसने अपनी पूरी आपबीती बताई।
- जब मामला दर्ज हुआ, तो सांसद अंडरग्राउंड हो गए।
- 30 जनवरी को उन्होंने मीडिया के सामने आने की कोशिश की, लेकिन उसी वक्त पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
- इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, और फिर 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया।
सांसद की पत्नी का दावा – “यह एक गहरी साजिश है!”
जब सांसद की गिरफ्तारी हुई, तो 21 जनवरी को उनकी पत्नी नीलम राठौर मीडिया के सामने आईं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा – “मेरे पति पर लगे सभी आरोप झूठे हैं। यह उनके खिलाफ एक गहरी साजिश है। उन्हें फंसाया गया है।” लेकिन जब पत्रकारों ने इस साजिश के पीछे किसका हाथ हो सकता है, यह पूछा, तो नीलम बिना जवाब दिए प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़कर चली गईं।
जानकारी के लिए बता दें, 11 मार्च को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सांसद को जमानत दे दी थी, लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ।
🔹 पुलिस ने सांसद का वॉयस सैंपल टेस्ट कराया।
🔹 रिपोर्ट आने के बाद नई धाराएं जोड़ी गईं।
🔹 इस वजह से सांसद की रिहाई 49 दिन तक अटकी रही।
आखिरकार, 49 दिन बाद बुधवार सुबह उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया।
सांसद का विवादों से पुराना नाता – राजनीतिक सफर पर एक नजर
बता दें, राकेश राठौर का राजनीति में कई बार विवादों से सामना हुआ है।
🔹 2017 – भाजपा के टिकट पर सीतापुर से विधायक बने।
🔹 2021 – उनके ऑडियो लीक हुए, जिसमें वे भाजपा की आलोचना कर रहे थे।
🔹 2022 – भाजपा छोड़कर सपा में गए, लेकिन टिकट नहीं मिला।
🔹 2024 – कांग्रेस जॉइन की और भाजपा के दिग्गज नेता राजेश वर्मा को 90,000 वोटों से हराकर सांसद बने।