जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
इंदौर के प्रसिद्ध क्लॉथ मार्केट में गुरुवार सुबह भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया। यह आग किसी दुर्घटना के कारण नहीं बल्कि एक पूर्व कर्मचारी की बदले की आग थी, जिसने गुस्से में आकर अपने ही सेठ की दुकान में आग लगा दी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और आसपास की 22 दुकानें जलकर खाक हो गईं। इस हादसे में करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। पुलिस ने इस मामले में आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है।
कैसे लगी आग? सीसीटीवी फुटेज से खुला राज
घटना गुरुवार सुबह करीब 5:30 बजे की है, जब चौकीदार ने दुकान से आग की लपटें निकलती देखीं। तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी गई, लेकिन संकरी गलियों और भारी धुएं के कारण आग बुझाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस जांच में पाया गया कि यह आग प्राकृतिक कारणों से नहीं, बल्कि जानबूझकर लगाई गई थी।
डीसीपी ऋषिकेश मीणा के अनुसार, घटना के बाद पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। एक फुटेज में नकाब पहने हुए एक व्यक्ति को संदिग्ध गतिविधियों के साथ देखा गया। दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों से पूछताछ के बाद पता चला कि वह व्यक्ति द्वारकापुरी क्षेत्र में रहने वाला देवा है, जो पहले दिलीप नाम के व्यापारी की सूट की दुकान में काम करता था।
नौकरी से निकाले जाने पर भड़का बदला
पूछताछ में देवा ने कबूल किया कि उसने जानबूझकर अपने सेठ दिलीप की दुकान में आग लगाई थी। उसका कहना था कि कुछ दिन पहले उसे नौकरी से निकाल दिया गया था, और जब उसने अपने काम के बदले पैसे मांगे, तो दिलीप ने देने से इनकार कर दिया। इसी बात को लेकर वह गुस्से में था और उसने बदला लेने के लिए दुकान में आग लगा दी। देवा ने पूछताछ में बताया कि वह बुधवार देर रात करीब 2 बजे कपड़ा बाजार पहुंचा। सबसे पहले उसने आसपास के चौकीदारों की गतिविधियों पर नजर रखी। फिर एक सीसीटीवी कैमरे से छेड़छाड़ की और चैनल गेट के पास स्थित अपने पूर्व मालिक की दुकान में आग लगा दी। कुछ ही मिनटों में आग तेजी से फैल गई और देखते ही देखते आसपास की 22 दुकानें चपेट में आ गईं। इसके बाद वह मौके से फरार हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, चौकीदार ने सुबह करीब 5:30 बजे लपटें देखीं और 6:30 बजे दमकल विभाग को सूचना दी। मौके पर दमकल गाड़ियां पहुंचीं, लेकिन संकरी गलियों और भारी धुएं की वजह से आग बुझाने में काफी परेशानी हुई। दमकलकर्मियों और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक लाखों का माल जलकर राख हो चुका था। वहीं, पुलिस ने देवा को देर रात गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।