जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
सऊदी अरब ने हज 2025 से पहले भारत, पाकिस्तान समेत 14 देशों के लिए वीज़ा पर अस्थायी रोक लगा दी है। यह फैसला अचानक नहीं, बल्कि पिछले कुछ वर्षों से लगातार हो रहे नियमों के उल्लंघन और भीड़भाड़ से हुईं सैकड़ों मौतों के बाद लिया गया है। उमरा, बिजनेस और फैमिली विजिट वीज़ा पर यह बैन जून के मध्य तक लागू रह सकता है। सऊदी अधिकारियों ने साफ किया है कि 13 अप्रैल 2025 तक जिनके पास उमरा वीज़ा है, वे देश में प्रवेश कर सकते हैं, लेकिन इसके बाद हज यात्रा पूरी होने तक नए वीज़ा जारी नहीं किए जाएंगे।
मौतों और अव्यवस्था ने जगाई चिंता
पिछले साल 2024 की हज यात्रा में भीषण गर्मी और भारी भीड़ के कारण कम से कम 1,200 हज यात्रियों की जान चली गई थी, जिनमें से 98 भारतीय नागरिक थे। ये मौतें अधिकतर बिना रजिस्ट्रेशन, अवैध रूप से पहुंचे श्रद्धालुओं के कारण हुईं, जिन्होंने किसी आधिकारिक माध्यम से हज की अनुमति नहीं ली थी।
इनमें से कई श्रद्धालु उमरा या विजिट वीज़ा पर आए थे, और वीज़ा खत्म होने के बावजूद गैर-कानूनी रूप से रुक कर हज में शामिल हो गए। ऐसे लोगों के चलते भीड़ नियंत्रण, स्वास्थ्य सुविधा, और सुरक्षा व्यवस्था पर जबरदस्त असर पड़ा।
सरकार की चिंता – भीड़, गर्मी और फर्जीवाड़ा
सऊदी सरकार ने बताया कि ऐसे गैर-पंजीकृत यात्रियों की न सिर्फ निगरानी मुश्किल होती है, बल्कि ये अक्सर गर्म मौसम में बिना तैयारी के हज करने आते हैं, जिससे उनकी जान को खतरा बढ़ जाता है। हज एक पवित्र लेकिन बेहद कठिन यात्रा है जिसमें गर्मी, लंबी दूरी की पैदल यात्रा और भीड़ को सहना पड़ता है। 2023 में भी 240 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जिनमें से ज़्यादातर इंडोनेशिया से थे।
तीन मुख्य वजहें जिनकी वजह से बैन लगा:
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गैर-कानूनी रूप से हज में शामिल होने वालों को रोकना:
उमरा या विजिट वीज़ा पर आए लोग हज में शामिल हो जाते हैं, जिससे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का उल्लंघन होता है। -
अवैध मजदूरी:
कई यात्री फैमिली या बिजनेस वीज़ा लेकर सऊदी में रहकर गैर-कानूनी रूप से काम करने लगते हैं, जिससे वहां की मजदूरी व्यवस्था में असंतुलन आ जाता है। -
भीषण गर्मी और भीड़ में मौतें:
पिछले दो वर्षों में हज के दौरान हजारों लोग जान गंवा चुके हैं। 2024 में 1200 और 2023 में 240 श्रद्धालु मरे।
भारत का हज कोटा – 1.75 लाख, लेकिन चेतावनी ज़रूरी
भारत और सऊदी अरब के बीच 2025 के लिए हुए हज समझौते के तहत 1,75,025 यात्रियों को हज की अनुमति दी गई है। इसमें 70% कोटा हज कमेटी और 30% प्राइवेट टूर ऑपरेटर्स के पास है। लेकिन अब सऊदी अरब ने कड़ा संदेश दे दिया है – नियमों का पालन नहीं करने पर पांच साल तक बैन लगाया जा सकता है।
सऊदी हज और उमरा मंत्रालय ने बयान जारी कर स्पष्ट किया कि ये कदम किसी राजनीतिक या कूटनीतिक मुद्दे का हिस्सा नहीं है, बल्कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और हज व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लिया गया है। प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने खुद अधिकारियों को वीज़ा प्रक्रिया को और सख्त करने का आदेश दिया है।