जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले में बद्रीनाथ हाईवे पर बुधवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। यात्रियों से भरी एक ट्रैवलर घोलतीर के पास अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में जा गिरी। इस हादसे में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है, 8 लोग घायल हुए हैं और 9 यात्री अब भी लापता हैं। जानकारी के मुताबिक ट्रैवलर में राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के कुल 20 श्रद्धालु सवार थे, जो चारधाम यात्रा पर निकले थे और केदारनाथ दर्शन के बाद बद्रीनाथ जा रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों और ट्रैवलर के घायल ड्राइवर सुमित ने बताया कि हादसा उस वक्त हुआ जब पीछे से आ रहे एक ट्रक ने ट्रैवलर को जोरदार टक्कर मार दी। इससे ट्रैवलर सड़क से नीचे लुड़कती हुई सीधे अलकनंदा नदी में जा समाई। ड्राइवर सुमित, जो हरिद्वार निवासी है, खुद भी गंभीर रूप से घायल हुआ है और उसका इलाज रुद्रप्रयाग के अस्पताल में जारी है।
अब तक जिन तीन शवों की पहचान हुई है, उनमें मध्यप्रदेश के राजगढ़ निवासी विशाल सोनी (42) और गुजरात के सूरत निवासी ड्रीमी (17) शामिल हैं। हादसे के बाद SDRF और NDRF की टीमों ने तत्काल राहत व बचाव अभियान शुरू किया। 40 किलोमीटर तक नदी किनारे सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है ताकि लापता यात्रियों की तलाश की जा सके। तलाशी अभियान श्रीनगर, गढ़वाल तक बढ़ा दिया गया है।
SDRF कमांडर और उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि “अब तक 8 लोगों को बचा लिया गया है, 3 की मौत हो चुकी है, बाकी की तलाश जारी है। यह घटना बेहद गंभीर है और हमारी टीम युद्धस्तर पर काम कर रही है।”
घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया और सोशल मीडिया पर लिखा— “रुद्रप्रयाग में एक टेंपो ट्रैवलर के नदी में गिरने की खबर अत्यंत दुखद है। SDRF सहित अन्य राहत टीमें युद्धस्तर पर राहत-बचाव में जुटी हैं। ईश्वर से सभी के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं।”
हादसे में कुछ यात्री ट्रैवलर से छिटक कर पहाड़ी किनारे लटक गए थे, जिन्हें कड़ी मशक्कत से सुरक्षित निकाला गया। वहीं, नदी में बहे यात्रियों की तलाश में ड्रोन कैमरे और स्थानीय गोताखोर भी लगाए गए हैं। जिन यात्रियों की पहचान हो चुकी है, उनमें राजस्थान के उदयपुर, सिरोही, गोगुंदा, गुजरात के सूरत और महाराष्ट्र के मीरा रोड से संबंधित लोग शामिल हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस ट्रैवलर में 10 साल से लेकर 77 साल तक के बुज़ुर्ग और बच्चे भी यात्रा कर रहे थे।
घायलों और मृतकों की सूची जारी कर दी गई है और प्रशासन लगातार संपर्क में है ताकि परिजनों को सूचित किया जा सके। पूरे क्षेत्र में चिंता और शोक का माहौल है, और स्थानीय प्रशासन लोगों से संयम बरतने की अपील कर रहा है।