इंदौर ट्रांसपोर्ट व्यापारी मर्डर केस: शिलोम जेम्स से हुई गहन पूछताछ, SIT ने इंदौर-रतलाम में मारे छापे; शिलोम के घर-ससुराल से लैपटॉप, गहने, पेनड्राइव बरामद!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

इंदौर के चर्चित ट्रांसपोर्ट व्यापारी राजा रघुवंशी मर्डर केस की गुत्थी को सुलझाने में जुटी शिलॉन्ग पुलिस की एसआईटी अब मध्यप्रदेश में तेजी से दबिश दे रही है। इस हाईप्रोफाइल केस की जांच में एक बड़ा मोड़ उस वक्त आया, जब एसआईटी ने आरोपी शिलोम जेम्स को गिरफ्तार कर उसके इंदौर और रतलाम स्थित ठिकानों पर लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया। शिलोम जेम्स वही व्यक्ति है जिसने राजा रघुवंशी के कातिलों को इंदौर में फ्लैट किराए पर दिलाया था। पुलिस को आशंका है कि वारदात को अंजाम देने की साजिश रचने से लेकर बाद में छिपने तक में शिलोम ने अहम भूमिका निभाई।

एसआईटी ने शनिवार रात इंदौर पहुंचकर सबसे पहले शिलोम के घर छापा मारा। यहां उसकी पत्नी और बहन से देर रात तक पूछताछ चली। इस दौरान टीम को शिलोम के घर से सोनम नाम की महिला का लैपटॉप, कुछ गहने और एक पेनड्राइव बरामद हुई। इसके बाद रविवार सुबह एसआईटी रतलाम के मंगलमूर्ति कॉलोनी स्थित उसके ससुराल पहुंची। यहां करीब 15 दिनों से ताला लगा था। सर्च के दौरान टीम ने एक बैग जब्त किया जिसमें लैपटॉप होने की बात कही जा रही है। इस तलाशी में शिलोम की पत्नी और साली भी मौजूद थीं। हालांकि मकान मालिक और शिलोम के ससुर मनोज गुप्ता घर पर नहीं मिले।

टीम ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि शिलोम की गिरफ्तारी के बाद से मनोज गुप्ता कहीं गायब हैं। पुलिस को शक है कि उन्हें डर था कि कहीं उनका नाम भी इस हत्या की साजिश में न आ जाए, इसी वजह से वो फरार हो गए हैं। शिलॉन्ग एसआईटी ने इंदौर-रतलाम बायपास के एक ढाबे पर अपने सीनियर अफसरों से घंटों मीटिंग की और आगे की कार्रवाई की रणनीति बनाई। इस दौरान स्थानीय पुलिस को भी ज्यादा जानकारी नहीं दी गई।

सूत्रों की मानें तो आरोपी शिलोम जेम्स की लव मैरिज हुई थी और वह मूल रूप से रतलाम का ही रहने वाला है। शादी के बाद इंदौर आकर वह परिवार के साथ रहने लगा। उसने इंदौर में हॉस्टल और बिल्डिंग किराए पर लेकर कॉन्ट्रेक्ट पर चलाने का धंधा शुरू किया। इसी दौरान राजा रघुवंशी हत्याकांड के आरोपियों को भी उसने फ्लैट दिलवाया था। पुलिस को शक है कि उसने सिर्फ फ्लैट ही नहीं दिलाया, बल्कि हत्या के बाद आरोपियों को बचाने और सबूत छुपाने की भी कोशिश की। यही वजह है कि उसके घर और ससुराल से बरामद सामान को इस केस की कड़ी माना जा रहा है।

सोमवार को भी शिलॉन्ग पुलिस की एसआईटी इंदौर में ही रुकी रही। क्राइम ब्रांच के दफ्तर में शिलोम से लंबी पूछताछ जारी है। पुलिस को पता चला है कि राजा रघुवंशी की हत्या के बाद शिलोम कई लोगों के लगातार संपर्क में था। वह घंटों मोबाइल पर बात करता रहा। एसआईटी अब उसकी कॉल डिटेल और जिन लोगों से वह बात कर रहा था, उनकी भी कुंडली खंगाल रही है। जल्द ही इनसे भी पूछताछ की जाएगी।

इस बीच जब मीडिया ने शिलॉन्ग एसआईटी के अधिकारियों से बात करनी चाही तो उन्होंने इसे “पार्ट ऑफ इन्वेस्टिगेशन” कहकर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। अधिकारियों ने सिर्फ इतना कहा कि जांच बेहद संवेदनशील है और हर एंगल से हो रही है।

राजा रघुवंशी की हत्या में अब तक शिलोम से सबसे ज्यादा पुख्ता सबूत मिले हैं। पुलिस को उम्मीद है कि इसी कड़ी से पूरी साजिश का पर्दाफाश होगा और राजा रघुवंशी को न्याय दिलाया जा सकेगा। फिलहाल पूरे इंदौर-रतलाम में पुलिस की कई टीमें सर्च ऑपरेशन चला रही हैं और अब मामला शिलोम के ससुर मनोज गुप्ता की गिरफ्तारी की ओर बढ़ रहा है।

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