मध्यप्रदेश में मानसून का कहर: भोपाल, रीवा, सागर समेत 35 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट, अगले 4 दिन और भारी पड़ेगा पानी!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश में इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने पूरे रंग में नजर आ रहा है। पूरे प्रदेश में जमकर बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, इस मानसून सीजन में अब तक औसतन 14 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो सामान्य से 74% ज्यादा है। बारिश का ये दौर आने वाले दिनों में और भी खतरनाक रूप ले सकता है। बुधवार को प्रदेश के 35 जिलों में अति भारी या भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें विशेषकर जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में इसका असर ज्यादा दिखाई देगा।

पिछले 24 घंटे में प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में 136 मिमी यानी साढ़े 5 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा नर्मदापुरम में 2.2 इंच, बैतूल में 2.8 इंच पानी बरसा। भोपाल, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सीहोर, शाजापुर, विदिशा, दतिया, टीकमगढ़, गुना, इंदौर, दमोह समेत दर्जनों जिलों में भी बारिश का सिलसिला जारी रहा।

बारिश के साथ हादसों की भी बुरी खबरें आईं। शिवपुरी में गूगरीपुरा गांव के रपटे को पार करते समय बाइक पर सवार तीन युवक बह गए। इनमें से एक युवक बाइक समेत बहता चला गया, हालांकि कुछ देर बाद तैरकर बाहर आ गया। बैतूल के बीजादेही थाना क्षेत्र में एक बोलेरो मोरड नदी में बह गई। गांव वालों ने समझदारी दिखाते हुए ड्राइवर और गाड़ी दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

भारी बारिश से नदियां और बांध भी उफान पर हैं। मंगलवार को टीकमगढ़ के बान सुजारा बांध के 5 गेट, दमोह के सतधरू और साजली बांध के तीन-तीन गेट और बैतूल जिले के सतपुड़ा डैम के 7 गेट खोलने पड़े। नरसिंहपुर के कौड़ियां गांव में तो हालात इतने बिगड़ गए कि कई घर आधे डूब गए। नर्मदापुरम में हालात बिगड़ने पर स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। मंडला में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं धार में खेतों में पानी भरने से फसलें बर्बाद होने लगी हैं।

मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिन यानी 12 जुलाई तक मध्यप्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी रहेगा। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश में दो ट्रफ और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव हैं, जिसके कारण अति भारी बारिश की स्थिति बनी हुई है। 9 और 10 जुलाई को सिस्टम सबसे ज्यादा एक्टिव रहेगा, जिससे प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है।

यहां तक कि मौसम विभाग ने विदिशा, रायसेन, सागर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में अगले 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश होने की चेतावनी दी है। जबकि भोपाल, सीहोर, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर, भिंड, दतिया, नर्मदापुरम, बैतूल, जबलपुर, कटनी, सीधी, सिंगरौली समेत कई जिलों में भी भारी बारिश का अलर्ट है।

कुल मिलाकर प्रदेश में मानसून इस वक्त पूरी तरह से सक्रिय है और अगले कुछ दिनों तक हालात और ज्यादा गंभीर हो सकते हैं। प्रशासन ने सभी जिला कलेक्टरों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। आम जनता को भी सलाह दी गई है कि वे बेवजह नदियों, पुलों या डूब वाले इलाकों की तरफ न जाएं। बारिश की इस तेज रफ्तार ने जहां किसानों को राहत दी है, वहीं कई जगह आफत भी खड़ी कर दी है। आने वाले दिनों में हालात पर नजर बनाए रखना बेहद जरूरी होगा।

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