PM मोदी ने 51,000 युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र, कहा- युवा शक्ति ही भारत की सबसे बड़ी गारंटी; रोजगार मेला से अब तक 10 लाख नौकरियां मिल चुकी!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं को एक और बड़ा तोहफा दिया। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 16वें रोजगार मेले में देशभर के 51 हजार से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारे युवाओं की ताकत ही भारत के उज्जवल भविष्य की सबसे मजबूत गारंटी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार इस युवा शक्ति को ही देश की समृद्धि की असली चाभी बनाने में जुटी है।

पीएम मोदी हाल ही में पांच देशों के दौरे से लौटे हैं। उन्होंने बताया कि जहां-जहां वो गए, वहां भारत के युवाओं की प्रतिभा और ऊर्जा की चर्चा सुनाई दी। उन्होंने युवाओं को याद दिलाया कि चाहे आपका विभाग कुछ भी हो, काम कोई भी हो, इलाका अलग हो, सभी का मकसद एक ही है — राष्ट्र सेवा और नागरिकों की सेवा।

इस रोजगार मेले का आयोजन देश के अलग-अलग 47 स्थानों पर एक साथ किया गया। आपको बता दें, रोजगार मेले की शुरुआत प्रधानमंत्री ने अक्टूबर 2022 में की थी। तब से अब तक करीब 9.73 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी मिल चुकी है। पिछला मेला 26 अप्रैल को हुआ था।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कई अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि भारत तेजी से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है और इसमें हमारे युवाओं की ही अहम भूमिका है। उन्होंने मिशन मैन्युफैक्चरिंग का भी जिक्र किया, जिसके तहत सिर्फ PLI स्कीम से 11 लाख नौकरियां तैयार हुई हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग अब 11 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है। कभी देश में सिर्फ गिनी-चुनी मोबाइल यूनिटें थीं, अब 300 यूनिटों में लाखों युवा काम कर रहे हैं।

रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में भी भारत नई ऊंचाई छू रहा है। डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग अब सवा लाख करोड़ को पार कर चुकी है। भारत अब सबसे ज्यादा लोकोमोटिव बनाने वाला देश बन गया है और दूसरे देशों को भी निर्यात कर रहा है।

उन्होंने यह भी बताया कि बीते कुछ वर्षों में करीब 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। इसका असर उनके आत्मविश्वास पर साफ दिख रहा है। वर्ल्ड बैंक जैसी वैश्विक संस्थाएं भारत को मिसाल के तौर पर पेश कर रही हैं।

इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत में 90 करोड़ लोग विभिन्न वेलफेयर योजनाओं से जुड़े हैं, जिससे गांवों में भी रोजगार के कई अवसर पैदा हुए हैं। पीएम आवास योजना के तहत अब तक चार करोड़ पक्के घर बन चुके हैं और तीन करोड़ घर निर्माणाधीन हैं। इसका मतलब है लाखों मिस्त्री, मजदूर, ड्राइवर और ट्रक ऑपरेटरों को रोजगार मिला है।

इस रोजगार मेले की श्रृंखला की शुरुआत अक्टूबर 2022 में हुई थी। तब सरकार ने 2023 के आखिर तक 10 लाख सरकारी नौकरियां देने का लक्ष्य रखा था। अब तक 16 रोजगार मेलों के जरिए यह आंकड़ा लगभग 10 लाख को पार कर चुका है। लोकसभा चुनाव से पहले फरवरी 2024 में भी एक बड़ा मेला आयोजित हुआ था, जिसमें 1 लाख से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए थे।

पीएम मोदी ने कार्यक्रम के आखिर में सभी नियुक्त युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा — “आपका लक्ष्य अलग-अलग विभागों में चाहे जो हो, लेकिन आपका काम भारत को नई ऊंचाई तक पहुंचाना है। इसी में आपकी भी सफलता है, और राष्ट्र की भी।”

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