जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
शिलॉन्ग में हुए ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में नया मोड़ आया है। जमानत पर छूटे तीन आरोपियों से आहत मृतक के भाई विपिन रघुवंशी ने अब न्याय की लड़ाई को और मजबूती से लड़ने का फैसला किया है। बुधवार को उन्होंने अपना वकील बदलते हुए हत्या की मुख्य आरोपी शिलोम जेम्स की जमानत को चुनौती देने की तैयारी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को मेघालय हाईकोर्ट में जमानत रद्द करने के लिए अपील दायर की जा सकती है।
इस बीच, भाई की आत्मा की शांति के लिए विपिन रघुवंशी ने उस स्थान पर पूजा-अर्चना कराने का निर्णय लिया है, जहां राजा की हत्या की गई थी। उनका मानना है कि राजा की आत्मा अब तक भटक रही है, क्योंकि उसकी हत्या विश्वासघात के ज़रिए की गई थी। वह इस घटनास्थल पर शास्त्रोक्त विधियों से विशेष पूजा करवाकर भाई को मोक्ष दिलाना चाहते हैं।
बता दें, इंदौर निवासी विपिन रघुवंशी मंगलवार को शिलॉन्ग पहुंचे। यह उनके लिए भावनात्मक रूप से बेहद भारी क्षण था, क्योंकि यह पहला मौका है जब वह हत्या के बाद शिलॉन्ग आए हैं। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से संपर्क कर केस से जुड़ी अहम जानकारियां जुटाई हैं। साथ ही राजा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) रिपोर्ट और मृत्यु प्रमाण-पत्र के लिए भी आधिकारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इस पूरे घटनाक्रम में विपिन की कोशिश साफ दिख रही है — वे चाहते हैं कि मामले में किसी भी प्रकार की ढील न दी जाए और हर आरोपी को न्यायिक प्रक्रिया के तहत सज़ा मिले। इसी के तहत उन्होंने पहले से नियुक्त वकील को हटाकर नया वकील सुजीत के देब नियुक्त किया है, जो अब हाईकोर्ट में शिलोम जेम्स की ज़मानत रद्द कराने की अपील तैयार कर रहे हैं।
राजा रघुवंशी की हत्या को लेकर परिवार पहले ही गहरे सदमे में था, लेकिन हाल ही में तीन आरोपियों को ज़मानत मिल जाने से यह पीड़ा और बढ़ गई है। परिवार को यह न्याय व्यवस्था की विफलता जैसा प्रतीत हो रहा है। विपिन का कहना है कि यह केवल एक कानूनी लड़ाई नहीं है, बल्कि यह उनके भाई की आत्मा की मुक्ति और परिवार की आत्मिक शांति से भी जुड़ा सवाल है।
परिवार को खासतौर पर यह बात चुभ रही है कि राजा को न केवल मारा गया, बल्कि पूरी योजना बनाकर धोखे से उसकी हत्या की गई। 2 जून को राजा का शव एक खाई में पाया गया था, और 3 जून को उसका पोस्टमॉर्टम हुआ। 4 जून को शव को इंदौर लाकर अंतिम संस्कार किया गया, लेकिन परिजनों को अभी भी यह यकीन नहीं हो पा रहा है कि राजा को इतनी बेरहमी से क्यों मारा गया।
घटनास्थल पर होगी विशेष पूजा, भटकती आत्मा के लिए मोक्ष की कामना
हत्याकांड की भौगोलिक पृष्ठभूमि से भावनात्मक रूप से जुड़ते हुए विपिन रघुवंशी अब उस स्थान पर विशेष पूजा आयोजित कराना चाहते हैं जहां राजा की हत्या की गई थी। इसके लिए वे स्थानीय पंडितों से संपर्क कर रहे हैं और विधि-विधान से पूजा-अर्चना कराने की योजना है। उनका विश्वास है कि ऐसा करने से राजा की आत्मा को शांति और मोक्ष मिलेगा।
अगला कदम हाईकोर्ट की चौखट
अब सभी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या हाईकोर्ट में दायर की जाने वाली अपील से आरोपी शिलोम जेम्स की जमानत रद्द हो पाएगी या नहीं। वकील सुजीत के देब इस अपील को कानूनी रूप से पुख्ता करने के लिए सभी दस्तावेजों और सबूतों की जांच कर रहे हैं। शुक्रवार को यह अपील दायर की जा सकती है, जो इस केस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।