जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
हरदा में सोमवार सुबह एक ऐसी घटना घटी जिसने राह चलते लोगों को स्तब्ध कर दिया। शहर के व्यस्त होटल हवेली के सामने सरेआम एक युवक और युवती को जबरदस्ती गाड़ी में ठूंसा गया। ये पूरा घटनाक्रम वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गया है। सुबह करीब सवा दस बजे की इस घटना की सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली थाना पुलिस हरकत में आई। थाना प्रभारी रोशनलाल भारती ने पुष्टि की कि सीसीटीवी फुटेज में कुछ लोग साफ तौर पर युवक-युवती को जबरदस्ती वाहन में बैठाते दिख रहे हैं।
जांच के लिए मौके पर पहुंचे एएसआई दिनेश शेखावत को घटना की जानकारी वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने दी थी। हैरानी की बात यह है कि इस पूरी वारदात में छीपानेर रोड स्थित स्वागत गेट के पास रहने वाला महेंद्र काशिव भी दिखाई दे रहा है, जो भीम आर्मी का संभागीय अध्यक्ष बताया जा रहा है। इस नाम के सामने आने के बाद मामला और भी गंभीर होता जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जिस युवक और युवती को उठाया गया, वे दोनों दतिया जिले के निवासी हैं। बताया जा रहा है कि दोनों घर से भागकर हरदा पहुंचे थे। दोनों के बीच प्रेम संबंध है, लेकिन दोनों एक ही गोत्र के होने की वजह से उनके परिवार इस रिश्ते के खिलाफ थे। विरोध इतना गहरा था कि आखिरकार प्रेमी युगल को अपने घर-परिवार से दूर भागकर शरण लेनी पड़ी।
परिवार ने ‘अपहरण’ को बताया ‘मदद’, तो प्रेमी बोले- हमें देखकर भागे!
घटना के बाद जब महेंद्र काशिव से मीडिया ने संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि वे केवल लड़की के परिवार की मदद के लिए वहां पहुंचे थे। उनका दावा है कि दतिया में उनके संगठन के एक साथी ने उन्हें फोन कर सूचना दी थी कि एक नाबालिग बालिका लापता है और उसके परिवारजन बेहद चिंतित हैं। महेंद्र का कहना है कि उन्हें खुद पुलिस ने युवक-युवती की लोकेशन छीपानेर रोड के पास बताई थी, और उसी जानकारी के आधार पर वे उन्हें ढूंढने गए थे।
महेंद्र ने सफाई दी कि जब वे युवक-युवती के पास पहुंचे, तो दोनों उन्हें देखकर भागने लगे। पूछने पर उन्होंने कहा कि दोनों ठीक हैं और रास्ते में ही हैं, वे उन्हें दतिया ले जा रहे हैं।
पीड़िता का भाई बोला- बहन 20 दिन पहले भागी थी
वहीं, युवती के भाई ने भी इस बात की पुष्टि की कि उसकी बहन बीस दिन पहले गांव के एक युवक के साथ घर से भाग गई थी। परिवार कई दिनों से उसकी तलाश कर रहा था और दतिया पुलिस ने जो लोकेशन बताई थी, उसी आधार पर वे हरदा पहुंचे थे। भाई का कहना है कि वे कोई जबरदस्ती नहीं कर रहे थे, बल्कि बहन को खोजने आए थे और अब उसे वापस दतिया ले जा रहे हैं।
पुलिस के सामने खुला ‘पारिवारिक मामला’, पर अंदाज़ा ‘सोच से परे’
फिलहाल पुलिस इस मामले को पारिवारिक विवाद मान रही है, लेकिन जिस तरीके से युवक-युवती को जबरन उठाया गया और जो दृश्य सीसीटीवी में कैद हुए, उसने पूरे घटनाक्रम को एक गंभीर अपहरण जैसे अपराध की शक्ल दे दी है। अगर ये सच है कि परिजन युवती को जबरदस्ती वापस ले गए, तो यह कानूनी रूप से भी सवालों के घेरे में आता है।
अब पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच में जुटी है। फुटेज, गवाहों और लोकेशन के आधार पर स्थिति स्पष्ट की जा रही है। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि इस मामले में कानून का उल्लंघन हुआ है या नहीं।