जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
इंदौर के प्रगति पार्क कॉलोनी में रविवार तड़के एक सनसनीखेज चोरी की वारदात ने पूरे शहर को हिला दिया। रिटायर्ड जस्टिस रमेश गर्ग के बंगले में तीन नकाबपोश बदमाश घुसे और महज 4 मिनट 10 सेकेंड में 5 लाख रुपये से अधिक की नकदी और सोने-चांदी के जेवर लेकर फरार हो गए। चौंकाने वाली बात यह है कि जब यह पूरी वारदात हो रही थी, उस समय घर के अंदर जस्टिस का बेटा और परिवार के अन्य सदस्य सो रहे थे, लेकिन किसी की नींद नहीं टूटी। घटना कमरे में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई।
पुलिस के अनुसार, वारदात सुबह लगभग 4 बजे शुरू हुई। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि तीनों बदमाश लोहे की ग्रिल काटकर अंदर घुसे। उस समय बंगले के बाहर सुरक्षा गार्ड मौजूद था, लेकिन उसे भनक तक नहीं लगी। बदमाश हथियार और औजारों से लैस थे — एक के हाथ में लट्ठ, दूसरे के पास टॉमी और तीसरे के पास अन्य उपकरण थे। वे सीधे जस्टिस के बेटे ऋत्विक के कमरे में पहुंचे, जहां वह गहरी नींद में सो रहे थे। उनकी पत्नी और बच्चे दूसरे कमरे में थे।
फुटेज के टाइमलाइन के मुताबिक, 4:35 बजे बदमाश कमरे में घुसे। एक बदमाश अलमारी के पास पहुंचा, दूसरा गेट पर निगरानी करने लगा, जबकि तीसरा लट्ठ लेकर बिस्तर के पास खड़ा हो गया ताकि ऋत्विक जाग जाएं तो तुरंत हमला किया जा सके। अलमारी का ताला टूटने में उन्हें करीब 2 मिनट लगे। इस दौरान अलार्म भी बजा, लेकिन सोए हुए ऋत्विक की नींद नहीं खुली।
4:38 बजे ताला टूटते ही बदमाशों ने अलमारी से नकदी और जेवर निकाल लिए, जबकि तीसरा बदमाश बाहर निगरानी करता रहा। 4:39 पर तीनों बदमाश आराम से कमरे से निकले और भाग गए। अलार्म लगातार बजता रहा, लेकिन घर के किसी भी सदस्य को इस हलचल की भनक तक नहीं लगी।
सुबह जब ऋत्विक की पत्नी जागीं तो उन्होंने कमरा अस्त-व्यस्त देखा। अलमारी खुली थी और कीमती सामान गायब था। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। एडिशनल एसपी ग्रामीण रूपेश द्विवेदी, डीएसपी मुख्यालय उमाकांत चौधरी, एफएसएल टीम और स्निफर डॉग मौके पर पहुंचे। लेकिन जांच में पुलिस के हाथ कोई ठोस सुराग नहीं लगा। बदमाश दस्ताने पहने हुए थे, जिससे उनके फिंगरप्रिंट भी नहीं मिल सके। फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान करने में जुटी है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।