जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
नेपाल में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ भड़के Gen Z आंदोलन ने हालात बेहद भयावह बना दिए हैं। राजधानी काठमांडू समेत कई शहरों में हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं के बीच नेपाल में छुट्टी मनाने गए मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के चार परिवारों के 14 सदस्य फंस गए हैं। इनमें छोटे बच्चे, महिलाएं और युवा शामिल हैं। परिवारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से सुरक्षित निकालने की अपील की है।
काठमांडू के होटल में फंसे छतरपुर के परिवार
छतरपुर कोतवाली क्षेत्र की गल्ला मंडी निवासी व्यापारी पप्पू मातेले, ट्रांसपोर्ट कारोबारी निर्देश अग्रवाल, गुड्डू अग्रवाल और एक कुशवाहा परिवार अपने परिजनों के साथ नेपाल घूमने गए थे। लेकिन अचानक हालात बिगड़ने के कारण सभी लोग अब काठमांडू के एक होटल में फंसे हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार, होटल से बाहर लगातार हिंसा और आगजनी हो रही है। निर्देश अग्रवाल ने होटल की खिड़की से बाहर का वीडियो भेजकर हालात की गंभीरता पर रोशनी डाली है। फोन और इंटरनेट कनेक्टिविटी बेहद सीमित होने के बावजूद परिवार समय-समय पर अपने परिजनों को संपर्क कर स्थिति बता रहे हैं।
हिंसा और डर का माहौल
नेपाल सरकार के सोशल मीडिया बैन के फैसले के बाद आंदोलन हिंसक हो गया। राजधानी में कई जगह पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। सेना को हालात काबू में लाने के लिए सड़कों पर उतारना पड़ा। अब तक कई लोगों की मौत और सैकड़ों के घायल होने की खबरें हैं। इन हालातों में काठमांडू के होटल में फंसे छतरपुर के लोग बेहद डर और तनाव में हैं। बच्चों और महिलाओं को लेकर सबसे ज्यादा चिंता है।
विधायक और सरकार की सक्रियता
छतरपुर विधायक ललिता यादव ने वीडियो कॉल के जरिए नेपाल में फंसे परिवारों से बात की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रदेश और केंद्र सरकार उनकी मदद के लिए तत्पर हैं। विधायक ने कहा कि— “पहले भी विदेशों में संकट के समय फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाया गया है। इस बार भी ऐसा ही होगा। परिवारों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।”
वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी मामले पर संज्ञान लिया है। उन्होंने एक्स (Twitter) पर लिखा— “नेपाल में इन दिनों सामान्य स्थिति नहीं है। छतरपुर जिले के कुछ नागरिकों का वहां फंसा होना चिंता का विषय है। भारत सरकार के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर उनकी सुरक्षित वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं।”
प्राथमिकता पर हो रही कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि संकट की इस घड़ी में मध्यप्रदेश सरकार सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ फंसे हुए नागरिकों की हरसंभव मदद करेगी। विदेश मंत्रालय और दूतावास से लगातार संपर्क बनाए रखा जा रहा है।
नेपाल में Gen Z आंदोलन ने हालात गंभीर बना दिए हैं और इससे छतरपुर के 14 नागरिकों की जिंदगी खतरे में आ गई है। फिलहाल वे काठमांडू के होटल में सुरक्षित हैं, लेकिन चारों तरफ फैली हिंसा और आगजनी ने चिंता बढ़ा दी है। सरकार और स्थानीय प्रशासन लगातार प्रयास कर रहे हैं कि जल्द से जल्द इन परिवारों को सुरक्षित भारत वापस लाया जा सके।