MP में मानसून ने तोड़ा रिकॉर्ड: अब तक 7.4 इंच ज्यादा बरसा पानी, गुना टॉप पर – खरगोन सबसे पीछे

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश में इस बार मानसून ने उम्मीदों से ज्यादा मेहरबानी दिखाई है। आंकड़े बताते हैं कि सीजन में अब तक औसतन 43.2 इंच बारिश दर्ज की गई है, जबकि सामान्य कोटा 35.8 इंच का ही था। यानी राज्य में इस बार करीब 7.4 इंच अतिरिक्त पानी बरसा है। कहीं नदियाँ उफान पर हैं तो कहीं खेत लबालब—लेकिन इंदौर और उज्जैन संभाग की तस्वीर अब भी कमजोर बनी हुई है।

राज्य में सबसे अधिक बारिश गुना जिले में हुई है, जहां 65 इंच पानी बरस चुका है। वहीं सबसे कम बारिश का रिकॉर्ड खरगोन के नाम रहा, जहां केवल 26.2 इंच पानी गिरा। इस असमान वितरण के कारण इंदौर और उज्जैन संभाग की तस्वीर कमजोर रही। यहां कई जिलों में अब भी औसत से कम पानी दर्ज हुआ है। सबसे कम बारिश वाले टॉप-5 जिलों में बुरहानपुर, बड़वानी, खंडवा, खरगोन और शाजापुर शामिल हैं।

25 से ज्यादा जिलों में बरसी बारिश

पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के 25 से अधिक जिलों में बारिश हुई। खजुराहो (छतरपुर) में 1 इंच से ज्यादा और ग्वालियर में आधा इंच से अधिक पानी दर्ज किया गया। भोपाल, जबलपुर, दतिया, इंदौर, श्योपुर, उज्जैन, मंडला, रीवा, टीकमगढ़, उमरिया, बालाघाट और राजगढ़ में भी हल्की से मध्यम वर्षा हुई।

उज्जैन और बैतूल में हालात बिगड़े

उज्जैन में शिप्रा नदी उफान पर रही और रामघाट स्थित मंदिरों तक पानी घुस गया। बैतूल के मुलताई में घरों में पानी भर गया जबकि पांढुर्णा क्षेत्र में जाम नदी में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई।

बिजली गिरने से मासूम की मौत

टीकमगढ़ जिले की खरगापुर तहसील में गुरुवार शाम बड़ा हादसा हुआ। यहां हीरापुर पंचायत के पट्टी बलवंत गांव में 12 वर्षीय आशीष यादव की बिजली गिरने से मौत हो गई। इस घटना में 15 वर्षीय शिमला रैकवार गंभीर रूप से झुलस गईं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में 36 बकरियों की भी मौत हो गई।

उज्जैन जिले का ताजा अपडेट

कलेक्टर कार्यालय भू-अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों में उज्जैन जिले में औसतन 28.9 मिमी बारिश हुई। इसमें उज्जैन तहसील में 34.0 मिमी, घट्टिया में 66.0 मिमी, महिदपुर में 68.0 मिमी, झारड़ा में 20.0 मिमी, तराना में 54.1 मिमी और माकड़ौन में 18.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई। अब तक जिले में औसतन 791.6 मिमी पानी गिर चुका है, जबकि पिछले साल इसी अवधि तक 740.4 मिमी ही बारिश हुई थी।

अगले 4 दिन हल्की बरसात का दौर

मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस वक्त प्रदेश में 4 अलग-अलग मौसमी प्रणालियाँ सक्रिय हैं। पूर्वी बिहार और मराठवाड़ा में बने चक्रवात तथा द्रोणिका के कारण बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी आ रही है। इसी वजह से बारिश जारी है। हालांकि शुक्रवार से सिस्टम कमजोर पड़ने की संभावना है, जिससे तेज बारिश का दौर थम सकता है, लेकिन अगले 4 दिन तक हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार बने रहेंगे।

मानसून की वापसी शुरू

इस बीच, मानसून की विदाई भी शुरू हो चुकी है। राजस्थान के आधे हिस्से से मानसून लौट गया है। गुजरात, पंजाब और हरियाणा के कई जिलों से भी वापसी हो चुकी है। यदि यही रफ्तार जारी रही तो जल्द ही मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में भी मानसून लौटने की स्थिति बन सकती है।

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