मध्यप्रदेश में झमाझम बारिश का कहर: बुरहानपुर में मोहल्लों से लेकर खेतों तक पानी, फसलें डूबीं और मकान ढहे; मौसम विभाग ने 25-26 सितंबर को तेज बारिश का अलर्ट जारी किया!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश में इस हफ्ते बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात बुरहानपुर जिले में तेज बरसात ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। देर रात 1:20 बजे से सुबह 4 बजे तक लगातार हुई भारी बारिश से शहर के कई मोहल्लों और गांवों में पानी भर गया। सबसे ज्यादा असर नेपानगर के डाभियाखेड़ा और आसपास के इलाकों में देखा गया, जहां किसानों की फसलें पूरी तरह पानी में डूब गईं। केले, सोयाबीन और हल्दी की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है।

तेज बारिश से खेतों में रखी खाद की बोरियां और घरों में रखा अनाज भीगकर खराब हो गया। डाभियाखेड़ा गांव में कई मकानों में घुटनों तक पानी भर गया और एक मकान की दीवार तक गिर गई। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बारिश का यह दौर जारी रहा तो खरीफ फसलों को और बड़ा नुकसान हो सकता है। हालांकि गेहूं और चना की फसलों पर फिलहाल इसका असर नहीं पड़ेगा।

इस बार मध्यप्रदेश में अब तक 44 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से करीब 19% अधिक है। गुना और रायसेन जिलों में सबसे ज्यादा 61 इंच से ऊपर पानी गिरा है। वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि सितंबर के आखिरी हफ्ते में भी बारिश का दौर जारी रहेगा। बुधवार को सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब से मानसून विदा हो चुका है। अब उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में धीरे-धीरे वापसी हो रही है। लेकिन मध्यप्रदेश में मानसून की सक्रियता अक्टूबर के पहले हफ्ते तक बनी रह सकती है।

तीन सिस्टम एक्टिव

सीनियर मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, इस समय प्रदेश में तीन सिस्टम एक्टिव हैं—लो प्रेशर एरिया, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक ट्रफ लाइन। इनके चलते दक्षिणी जिलों में भारी बारिश और अन्य जिलों में हल्की बरसात की संभावना बनी हुई है।

शुरुआत में इंदौर और उज्जैन संभाग में बारिश कमजोर रही थी। लेकिन सितंबर की बारिश से इंदौर ने सामान्य स्तर हासिल कर लिया है। हालांकि बड़वानी, खरगोन और खंडवा में हालात अब भी चिंताजनक हैं। उज्जैन में भी अपेक्षित पानी नहीं गिरा। वहीं शाजापुर उन जिलों में है जहां सबसे कम बारिश दर्ज की गई।

मंगलवार को इंदौर और रतलाम में रुक-रुककर हल्की बारिश हुई, जबकि भोपाल, ग्वालियर और छतरपुर जैसे जिलों में तेज धूप रही। खजुराहो का तापमान 36.4 डिग्री तक पहुंचा, जो प्रदेश में सबसे ज्यादा रहा। ग्वालियर 35.9 और उज्जैन 35 डिग्री पर दर्ज हुआ। मौसम विभाग का अनुमान है कि 25-26 सितंबर को नए सिस्टम सक्रिय होने से कई जिलों में जोरदार बारिश होगी।

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