जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में अब बारिश का सीजन धीरे-धीरे अलविदा कहने लगा है। जहां कुछ हिस्सों में अभी हल्की बूंदाबांदी का दौर जारी है, वहीं कई जिलों से मानसून की औपचारिक विदाई भी शुरू हो चुकी है। मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को नीमच, भिंड, मुरैना और श्योपुर से मानसून लौट चुका है। अनुमान है कि आने वाले 2 से 3 दिनों में प्रदेश के 10 से ज्यादा जिलों में भी मानसून का सफर खत्म हो जाएगा।
विदाई के बीच बरसी बारिश
मानसून की विदाई भले ही शुरू हो गई हो, लेकिन बारिश का असर अभी पूरी तरह थमा नहीं है। बुधवार को सीधी जिले में करीब डेढ़ इंच (36 मिमी) बारिश दर्ज की गई। भोपाल में दोपहर के समय हल्की बूंदाबांदी हुई, जबकि बैतूल, नर्मदापुरम, रीवा, उमरिया और बालाघाट जैसे जिलों में भी हल्की बारिश देखने को मिली।
उज्जैन और ग्वालियर संभाग से अगली विदाई
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, नीमच और चंबल संभाग के तीन जिलों से मानसून लौटने के बाद अब बारी उज्जैन और ग्वालियर संभाग की है। आने वाले दिनों में इंदौर, भोपाल, सागर, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग के जिलों से भी मानसून विदाई लेगा। मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा का कहना है कि अगले 48 से 72 घंटों में मानसून और पीछे हटेगा और अक्टूबर के पहले हफ्ते तक पूरे प्रदेश से इसका समापन हो जाएगा।
बारिश का आंकड़ा उम्मीद से ज्यादा
इस साल मानसून ने 16 जून को मध्यप्रदेश में दस्तक दी थी। आंकड़ों पर नजर डालें तो अब तक औसतन 44 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य तौर पर 36.8 इंच बारिश का अनुमान था। यानी प्रदेश को अब तक 7.2 इंच ज्यादा पानी मिला है। कुल मिलाकर यह सीजन 118-119% बारिश के साथ सामान्य से काफी बेहतर रहा है।
विशेष रूप से जिन जिलों से मानसून की विदाई हुई है, वहां बारिश का आंकड़ा रिकॉर्ड स्तर पर रहा। श्योपुर में सामान्य 26.2 इंच के मुकाबले 56.6 इंच बारिश हुई, जो 115% ज्यादा है। भिंड में 32.4 इंच, मुरैना में 37 इंच और नीमच में 42.9 इंच बारिश दर्ज हुई – जो कि औसत से कहीं अधिक है।
बाकी राज्यों में भी विदाई का दौर
मध्यप्रदेश के साथ ही राजस्थान, गुजरात, पंजाब और हरियाणा में भी मानसून की विदाई का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विभाग का कहना है कि मध्यप्रदेश से सामान्यतः 6 अक्टूबर तक मानसून पूरी तरह से विदा हो जाता है। इस बार भी इसी समय-सीमा में बारिश के बादल अलविदा कह देंगे।