जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को अटल पथ पर आयोजित सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम में कहा कि हेलमेट न पहनने जैसी छोटी-सी लापरवाही का दर्द पूरा परिवार झेलता है। उनका कहना था कि देश में सड़क हादसे अप्राकृतिक मौतों का सबसे बड़ा कारण हैं और इनमें ज्यादातर मौतें लापरवाही, तेज गति या हेलमेट व सीट बेल्ट न पहनने की वजह से होती हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने जीवन और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें और हेलमेट पहनने को अपना नियम बनाएं।
कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित किया और दोपहिया वाहन रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर 2100 युवाओं को नि:शुल्क हेलमेट वितरित किए गए। पाँच प्रतिनिधि वाहन चालकों — मनोज निगम, संदीप बिसेन, सुमित प्रधान, एनसीसी कैडेट सान्या सिद्दीकी और अंजली सिंह — को मुख्यमंत्री ने प्रतीक स्वरूप हेलमेट पहनाकर जीवन की सुरक्षा का संदेश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल नियमों का पालन नहीं है, बल्कि यह जिम्मेदारी है। भारत विश्व का सबसे युवा देश है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में युवा शक्ति ने कई क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है। डॉ. यादव ने स्पष्ट किया कि तेज गति से वाहन चलाना, यातायात नियमों की अनदेखी करना और हेलमेट न पहनना गंभीर खतरे हैं। उन्होंने युवाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है।
राहवीर योजना में 25 हजार रुपये का प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार की पहल का जिक्र करते हुए बताया कि राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेस-वे पर पेट्रोलिंग, चेकपोस्ट और सेंसर्स लगाए गए हैं ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके। डिजिटल चालान, स्पीड गन और लाइव ट्रैफिक मॉनिटरिंग के जरिए नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। साथ ही दुर्घटना की स्थिति में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले “राहवीर” नागरिकों को 25 हजार रुपये का प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
डॉ. यादव ने कहा कि सड़क सुरक्षा सप्ताह का उद्देश्य प्रदेशवासियों को जागरूक करना है। इसका संदेश हर नगर और गांव तक पहुंचना चाहिए ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनायणचारी मिश्र ने बताया कि शहर के 37 चौराहों को लेफ्ट टर्न फ्री किया जा रहा है और अतिक्रमण हटाने का कार्य जारी है, जिससे ट्रैफिक सुचारू हो सके। उन्होंने आंकड़े साझा करते हुए कहा कि वर्ष 2024 में देश में सड़क हादसों में 1 लाख 80 हजार लोग जान गंवा चुके हैं और 3 लाख से ज्यादा घायल हुए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि हेलमेट पहनें, सीट बेल्ट बांधें और तेज गति से वाहन न चलाएं।
प्रदेश सरकार ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए ‘डायल 112’ सेवा शुरू की है। इसके तहत 1200 आधुनिक फास्ट रिस्पांस व्हीकल पुलिस को उपलब्ध कराए गए हैं, ताकि जरूरतमंदों को तुरंत मदद मिल सके।
कार्यक्रम में पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री कृष्णा गौर, विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक भगवानदास सबनानी, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, पुलिस अधिकारी और बड़ी संख्या में युवा मौजूद थे।