जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
सीधी जिले में शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की मानस भवन शाखा के फील्ड ऑफिसर विकास भारती को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। अधिकारी को सीधी निवासी कांतिलाल सोनी की शिकायत पर पकड़ा गया। सीबीआई की यह कार्रवाई जबलपुर से करीब 250 किलोमीटर दूर जाकर की गई।
मामला क्या है
शिकायतकर्ता कांतिलाल सोनी ने कुछ दिन पहले एसबीआई की मानस भवन शाखा में मुद्रा लोन के लिए आवेदन किया था। आवेदन प्रक्रिया के दौरान उनकी मुलाकात फील्ड ऑफिसर विकास भारती से हुई। विकास भारती ने दस्तावेज देखने के बाद बताया कि कांतिलाल को केवल 10 लाख रुपए तक का ऋण मिल सकता है। उसने कांतिलाल से जरूरी दस्तावेजों और आवेदन पत्र की फोटोकॉपी ले ली।
कुछ दिनों बाद कांतिलाल को सूचना मिली कि उनका सिर्फ 5 लाख रुपए का लोन स्वीकृत हुआ है। जब वह बैंक पहुंचे तो अधिकारी ने बताया कि चेक जारी करने के लिए 20 हजार रुपए रिश्वत देनी होगी। जब कांतिलाल ने रिश्वत देने से मना किया, तो अधिकारी ने चेक जारी करने से इंकार कर दिया।
सीबीआई ने बिछाया जाल
इसके बाद कांतिलाल ने पूरे मामले की शिकायत जबलपुर सीबीआई कार्यालय में की। शिकायत की पुष्टि के लिए सीबीआई टीम ने दोनों के बीच फोन पर हुई बातचीत को ट्रैप किया, जिसमें रिश्वत की मांग की पुष्टि हुई।
शनिवार शाम को विकास भारती ने कांतिलाल को बैंक बुलाया और रिश्वत की रकम मांगी। जैसे ही कांतिलाल ने 10 हजार रुपए उसे सौंपे, भारती ने पैसे जेब में रखे ही थे कि सीबीआई टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
बैंक और घर पर भी जांच
गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने विकास भारती के बैंक कार्यालय और उसके घर पर छापामारी की। जांच टीम ने लोन से संबंधित अभिलेख और अन्य दस्तावेज जब्त किए।
इस कार्रवाई में सीबीआई के डीएसपी ए.के. मिश्रा, यूपी सिंह, राहुल तिवारी, नितेश सिंह सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे।
भ्रष्टाचार पर सख्त रुख
सीबीआई की इस कार्रवाई को बैंकों में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा संदेश माना जा रहा है। सीबीआई अधिकारियों का कहना है कि किसी भी बैंक या सरकारी संस्था में रिश्वत लेने या देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।