जनतंत्र, मध्य प्रदेश, श्रुति घुरैया:
सिक्किम के पाक्योंग जिले में एक सड़क दुर्घटना में सेना के 4 जवानों की मौत हो गई थी। मरने वालों में मध्य प्रदेश के सिपाही प्रदीप पटेल भी शामिल हैं। प्रदीप पटेल भारतीय सेना में ड्राइवर के पद पर पदस्थ थे। बता दें, आज शनिवार को शहीद प्रदीप पटेल का उनके गृह गांव हरदुआ में राजकीय सम्मान के साथ संस्कार होगा। इस दौरान क्षेत्रीय सांसद वी. डी. शर्मा और जिले के प्रभारी मंत्री राव उदय प्रताप सिंह भी मौजूद रहेंगे।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने X पर लिखा – “सिक्किम के पाक्योंग में सेना के वाहन की दुर्घटना में मध्य प्रदेश के कटनी जिले के विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र स्थित ग्राम हरदुआ निवासी मां भारती के वीर सपूत श्री प्रदीप पटेल शहीद हुए थे, जिनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव अंतिम संस्कार के लिए लाया जा रहा है। शहीद को गॉर्ड ऑफ ऑनर देते हुए राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी, मैं श्रद्धा के सुमन अर्पित करने उज्जैन से खजुराहो पहुंच रहा हूँ।”
वहीं, वी. डी. शर्मा ने कटनी के शहीद जवान प्रदीप पटेल के परिवार को एक करोड़ की सम्मान निधि दिलाने के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव से मिलकर उन्हें पत्र सौंपा है। साथ ही दुःख जताते हुए अपने X पर लिखा, “कटनी जिले के विजयराघवगढ़ विधानसभा के हरदुआ गांव की माटी के सपूत श्री प्रदीप पटेल सिक्किम के पाक्योंग में एक सड़क दुर्घटना में शहीद हो गए थे। कल हरदुआ ग्राम में उनके अंतिम संस्कार में सम्मिलित होकर श्रद्धांजलि अर्पित करूंगा।”
बता दें, शहीद प्रदीप पटेल का पार्थिव शरीर जबलपुर तक विशेष विमान से लाया जाएगा। यहां से सड़क मार्ग के जरिए कटनी के हरदुआ कला सेना के वाहन से लाया जाएगा। सेना के लेफ्टिनेंट ने थाना प्रभारी रीतेश शर्मा को फोन कॉल पर यह जानकारी दी है। प्रदीप के पिता वैसाखू पटेल 2020 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वे परिवार के एकलौते बेटे थे। उनकी उम्र 24 साल थी। उनकी दो बड़ी बहनें हैं, दोनों की शादी हो चुकी है। पिता किसान हैं। प्रदीप एक महीने पहले ही छुट्टी पर गांव आए थे। 12 अगस्त को ड्यूटी जॉइन की थी।