विजयदशमी की रात छाई मातमी खामोशी,खंडवा में 11, उज्जैन में 3 बच्चों की मौत: CM मोहन यादव ने रद्द किए सभी कार्यक्रम, पहुंचे पीड़ितों के बीच; कहा – —“राज्य सरकार परिवार की तरह साथ खड़ी है”

You are currently viewing विजयदशमी की रात छाई मातमी खामोशी,खंडवा में 11, उज्जैन में 3 बच्चों की मौत: CM मोहन यादव ने रद्द किए सभी कार्यक्रम, पहुंचे पीड़ितों के बीच; कहा – —“राज्य सरकार परिवार की तरह साथ खड़ी है”

जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

विजयदशमी के मौके पर जहां देशभर में जयकारों की गूंज थी, वहीं मध्यप्रदेश के दो जिलों—उज्जैन और खंडवा—से दर्दनाक खबरें सामने आईं। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए दो अलग-अलग हादसों में कई लोगों की जान चली गई, जिनमें मासूम बच्चे भी शामिल थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तुरंत घटनास्थलों का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और हर संभव मदद का भरोसा दिया।

🔹 खंडवा में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से 11 लोगों की मौत

खंडवा जिले के पंधाना क्षेत्र में माता दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। सभी का अंतिम संस्कार गुरुवार को गांव में नम आंखों से किया गया।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर सीधे खंडवा पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा —

“यह हृदय विदारक घटना है, छोटे बच्चों की अकाल मृत्यु अत्यंत दुखद है। इस कठिन समय में सरकार पीड़ित परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है।”

सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि मंजूर की है, जबकि प्रधानमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपए अतिरिक्त दिए जाएंगे। गंभीर घायलों को 1-1 लाख रुपए और सामान्य घायल नागरिकों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि जो लोग रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोगी रहे, उन्हें आगामी गणतंत्र दिवस पर 51 हजार रुपए और सम्मान-पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दुर्घटना स्थल पर पक्के घाट का निर्माण भी करवाया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

इस दौरान जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, विधायक नारायण पटेल, कंचन मुकेश तन्वे, छाया मोरे, और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

🔹 उज्जैन में नदी में गिरी ट्रॉली, तीन बच्चों की मौत

उधर, उज्जैन जिले के नरसिंघा गांव में माता प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक और हादसा हो गया। ट्रैक्टर-ट्रॉली चंबल नदी में गिर गई, जिसमें 12 नाबालिग बच्चे सवार थे। अब तक तीन बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि कई का इलाज जारी है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्राम पीरझलार (बड़नगर) पहुंचकर प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा —

“आप सभी मेरा परिवार हैं। इस हादसे के बाद से मेरी नींद तक उड़ गई है। राज्य सरकार इस दुख की घड़ी में आपके साथ है।”

मुख्यमंत्री ने मृतक परिवारों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की और कहा कि घायलों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी। साथ ही घटना की जांच के आदेश भी दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि जो लोग हादसे के दौरान दूसरों की जान बचाने में आगे आए, उन्हें भी गणतंत्र दिवस पर सम्मान-पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।

🔹 सरकार का वादा – “पीड़ित परिवार अकेले नहीं हैं”

दोनों जिलों में हुई इन घटनाओं ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने साफ कहा कि —

“सरकार सिर्फ आर्थिक सहायता ही नहीं, बल्कि हर स्तर पर पीड़ित परिवारों के पुनर्वास और सुरक्षा की व्यवस्था करेगी।”

प्रदेश सरकार ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि विसर्जन स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था और घाटों की मजबूती की समीक्षा की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदियों को रोका जा सके।

Leave a Reply