जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश सरकार ने रविवार रात एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 15 आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिए। गृह विभाग की ओर से जारी आदेशों के तहत कई महत्वपूर्ण पदों पर नई नियुक्तियां की गई हैं। इस फेरबदल में सबसे बड़ा बदलाव लोकायुक्त संगठन के प्रभारी महानिदेशक जयदीप प्रसाद का हटाया जाना है। लोकायुक्त टीम ने हाल ही में भोपाल में आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापा मारा था, जिसके बाद यह बदलाव काफी चर्चा में है।
जयदीप प्रसाद को महज 6 महीने में ही लोकायुक्त संगठन से हटाकर एडीजी, स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की जिम्मेदारी दी गई है। उनकी जगह योगेश देशमुख को लोकायुक्त संगठन का नया प्रभारी महानिदेशक बनाया गया है। देशमुख इससे पहले एडीजी इंटेलिजेंस की भूमिका निभा रहे थे। इंटेलिजेंस विंग की कमान अब ए साईं मनोहर को सौंपी गई है।
मुख्यमंत्री सचिवालय से भी बड़ा बदलाव
मुख्यमंत्री सचिवालय में कार्यरत ओएसडी राकेश गुप्ता को हटाकर उन्हें संचालक, खेल एवं युवक कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। गुप्ता को 5 महीने पहले ही 24 अक्टूबर 2024 को मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ किया गया था, लेकिन अब उन्हें हटाकर यह नई जिम्मेदारी सौंपी गई है।
रीवा में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, डीआईजी को हटाया गया
रीवा रेंज में हुए इस प्रशासनिक फेरबदल के तहत डीआईजी साकेत प्रकाश पांडे को हटाकर डीआईजी पीएचक्यू में भेज दिया गया है। हाल ही में मऊगंज जिले में एएसआई की हत्या की घटना के बाद यह निर्णय लिया गया। उनकी जगह राजेश सिंह को नया डीआईजी, रीवा रेंज बनाया गया है।
इसके अलावा, गौरव राजपूत को रीवा रेंज का नया आईजी नियुक्त किया गया है। राजपूत इससे पहले ओएसडी, गृह विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे अफसर को बड़ी जिम्मेदारी
एडीजी राजबाबू सिंह, जो हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे हैं, को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, प्रशिक्षण (पीएचक्यू) के रूप में नियुक्त किया गया है। वहीं, राजनीतिक गलियारों में इन तबादलों को लेकर कई तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं। लोकायुक्त विभाग में हाल ही में हुई छापेमारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए गए सख्त कदमों के बाद जयदीप प्रसाद का तबादला चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं, रीवा रेंज में एएसआई की हत्या के बाद डीआईजी के तबादले को प्रशासनिक सख्ती के रूप में देखा जा रहा है।