जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में सैलाना विधानसभा सीट से विधायक कमलेश्वर डोडियार, जो “झोपड़ी वाले विधायक” के नाम से मशहूर हैं, 11 दिसंबर की सुबह 11 बजे रतलाम में महा आंदोलन करने जा रहे हैं। यह कदम उन्होंने जिला अस्पताल में हुए विवाद और उसके बाद के घटनाक्रमों के विरोध में उठाया है।
दरअसल, कुछ दिनों पहले विधायक कमलेश्वर डोडियार अपने पीएसओ और साथियों के साथ एक मरीज को देखने रतलाम के जिला अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उनकी ड्यूटी डॉक्टर से तीखी बहस हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज तक हो गई। अस्पताल के स्टाफ और पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
घटना के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई। विधायक के खिलाफ डॉक्टर एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है, जबकि डॉक्टर पर अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
इस विवाद के विरोध में कमलेश्वर डोडियार ने महा आंदोलन का आह्वान किया है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपने समर्थकों को रतलाम आने का निमंत्रण दिया है। हालांकि, रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम ने प्रदर्शन पर रोक लगाने के लिए एक आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार, एसपी और कलेक्टर कार्यालय के 100 मीटर के दायरे में धरना-प्रदर्शन पर पाबंदी रहेगी।
वहीं, डोडियार ने इस आदेश को लेकर कलेक्टर पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “तेरे बाप का राज है क्या जो कोई भी आदेश निकाल देगा? जिला तेरे हिसाब से नहीं, कानून के हिसाब से चलेगा।” डोडियार ने कलेक्टर के जाति प्रमाण पत्र और उनकी चयन प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े किए।
अब डोडियार का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे राजनीतिक माहौल और गरमा गया है। दूसरी ओर, प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्ती बरतने का संकेत दिया है। देखना होगा कि 11 दिसंबर को यह महा आंदोलन क्या मोड़ लेता है और प्रशासन कैसे स्थिति को संभालता है।