जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
कोलकाता में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। शहर के प्रतिष्ठित लॉ कॉलेज की एक छात्रा से गैंगरेप के मामले में अब CCTV फुटेज और मेडिकल रिपोर्ट दोनों ने ही घटना की पुष्टि कर दी है। पुलिस ने शनिवार को इस सनसनीखेज मामले में चौथे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया। वहीं पूरे मामले में अब तक चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पांच सदस्यों की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया गया है, जिसे असिस्टेंट कमिश्नर स्तर के अधिकारी लीड कर रहे हैं।
7 घंटे की CCTV फुटेज में कैद हुई दरिंदगी
जानकारी के मुताबिक घटना 25 जून को कॉलेज के ग्राउंड फ्लोर स्थित गार्ड रूम में हुई। पुलिस को कॉलेज के CCTV फुटेज मिले हैं, जिनमें दोपहर 3:30 बजे से रात करीब 10:50 बजे तक की रिकॉर्डिंग है। एक जांच अधिकारी ने बताया कि फुटेज में साफ दिख रहा है कि पीड़ित छात्रा को जबरदस्ती गार्ड रूम में ले जाया गया। इससे छात्रा की लिखित शिकायत में लगाए गए आरोपों की पुष्टि हो गई है।
मेडिकल रिपोर्ट ने भी बलात्कार की तस्दीक की
पुलिस ने पीड़ित छात्रा का मेडिकल परीक्षण कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (CNMC) में कराया था। रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हो गई है। छात्रा के शरीर पर जबरदस्ती, काटने और नाखून से खरोंचने के निशान भी मिले हैं। पुलिस का कहना है कि छात्रा के साथ मारपीट भी हुई थी।
अब तक चार गिरफ्तार, मुख्य आरोपी पूर्व छात्र
इस मामले में मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा (31) है, जो कॉलेज का पूर्व छात्र है। जबकि अन्य दो आरोपी जैब अहमद (19) और प्रमित मुखर्जी (20) कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। पुलिस ने पहले दो को 26 जून को और तीसरे आरोपी को 28 जून को गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने इन्हें 1 जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। शनिवार को कॉलेज के गार्ड पिनाकी बनर्जी (55) को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
मुख्य आरोपी पर ‘गैंगरेप’ की धारा क्यों लगी?
कोलकाता पुलिस के अभियोजक सोरिन घोषाल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक, बलात्कार में साथ देने वाला या सहायता करने वाला भी बराबर दोषी होता है। इस केस में भी दो अन्य लोगों ने बलात्कार में मदद की, इसलिए इसे सामूहिक बलात्कार यानी गैंगरेप माना गया है।
TMC सांसद का विवादित बयान और पार्टी की सफाई
इसी बीच तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद कल्याण बनर्जी ने इस मामले में विवादास्पद बयान दे दिया। उन्होंने कहा, “अगर कोई दोस्त अपने दोस्त के साथ बलात्कार करता है तो क्या किया जा सकता है?” उनके इस बयान पर भारी बवाल मचा, जिसके बाद TMC ने सफाई दी कि यह कल्याण बनर्जी के निजी विचार हैं, पार्टी का स्टैंड नहीं। पार्टी ने X पर कहा कि TMC महिलाओं के खिलाफ अपराध पर जीरो टॉलरेंस रखती है और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग करती है।
कॉलेज प्रशासन की सफाई: स्टाफ की कमी के चलते हुई हायरिंग
लॉ कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल नयना चटर्जी ने NDTV से बातचीत में कहा कि कॉलेज को इस घटना की जानकारी मीडिया के जरिए मिली। छात्रा या किसी अन्य ने कॉलेज प्रशासन को इस बारे में कोई शिकायत नहीं दी थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने घटना के अगले दिन कॉलेज आकर जांच की अनुमति मांगी और दो कमरे सील कर दिए। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा को कुछ महीने पहले ही स्टाफ की कमी के चलते अस्थायी फैकल्टी मेंबर के तौर पर रखा गया था।
10 महीने में कोलकाता में दूसरी ऐसी शर्मनाक घटना
इस घटना ने कोलकाता में बीते साल हुए एक और वीभत्स कांड की याद ताजा कर दी। 8 अगस्त 2024 को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर कर दिया गया था। इस मामले में सिविक वॉलंटियर संजय रॉय को दोषी ठहराते हुए कोर्ट ने मरते दम तक उम्रकैद और 50 हजार जुर्माना लगाया था। इस घटना के बाद दो महीने तक बंगाल की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं थीं।