जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
गुना जिले के बीनागंज में शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का दौरा महज एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक बड़े विकासात्मक और राजनीतिक संदेश का मंच बन गया। कुंभराज सिंचाई परियोजना को लेकर आयोजित धन्यवाद सभा में सीएम ने ना केवल योजनाओं की घोषणा की, बल्कि विपक्ष पर तीखे प्रहार भी किए। कार्यक्रम की शुरुआत तोडरा रोड स्थित हेलीपैड से हुई, जहां प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, विधायक प्रियंका पेंची और अन्य जनप्रतिनिधियों ने उनका भव्य स्वागत किया। इसके बाद कृषि उपज मंडी प्रांगण में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री का पारंपरिक तरीके से तिलक लगाकर और पुष्पवर्षा कर अभिनंदन किया गया।
मुख्यमंत्री ने यहां गोशाला निर्माण के लिए 12 लाख रुपए और स्थानीय स्वास्थ्य सहायता के लिए 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की। उन्होंने मंच से कुंभराज परियोजना के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि इस योजना से न केवल मध्य प्रदेश के 13, बल्कि राजस्थान के 13 जिलों को भी सिंचाई और पेयजल की सुविधा मिलेगी। उन्होंने दावा किया कि आने वाले पांच वर्षों में गुना जिले की हर तहसील और गांव को सिंचाई और जल की दिक्कत से मुक्त कर दिया जाएगा।
सभा में मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं को दिए जाने वाले वित्तीय लाभ को लेकर एक और बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस दीपावली के बाद भाई दूज से महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपए मिलेंगे, और यह राशि 2028 तक बढ़ाकर 3000 रुपए कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की प्राथमिकताओं का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 55 वर्षों तक किसानों को सिंचाई की मूलभूत सुविधा से वंचित रखा, जबकि भाजपा सरकार ने बीते दो दशकों में 7 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर सिंचाई रकबा 55 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने कभी किसानों की चिंता नहीं की। आज हम खेतों को पानी, घरों को उजाला और बहनों को सम्मान दे रहे हैं।”
गुना की सांस्कृतिक विविधता का उल्लेख करते हुए सीएम ने कहा कि यह जिला ग्वालियर-चंबल की ‘ठाएं-ठाएं’ संस्कृति और मालवा की मधुरता का संगम है। उन्होंने गुना के गुलाब और धनिया की गुणवत्ता की भी खुलकर सराहना की।
सभा के दौरान मंच पर मौजूद नेताओं ने मुख्यमंत्री को स्थानीय विशेषताओं से जुड़ी भेंट कीं। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने गोबर से बनी गणेश प्रतिमा, विधायक प्रियंका पेंची ने गुना के गुलाबों का गुलदस्ता और जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिकरवार ने धनिया भेंट किया। मंच से चांचौड़ा विधायक ने बीनागंज-चांचौड़ा नगर परिषद को नगरपालिका का दर्जा देने की मांग रखी, जिसे मुख्यमंत्री ने सकारात्मक रूप में लिया।
जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि कुंभराज परियोजना से 6.14 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई होगी और 40 लाख लोग लाभांवित होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार आने वाले एक साल में सिंचाई रकबे को 100 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
राजगढ़ सांसद रोडमल नागर ने कहा कि यह परियोजना अटल बिहारी वाजपेयी के नदी जोड़ो सपने का साकार रूप है, जिसे पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम मोहन यादव के नेतृत्व में जमीन पर उतारा जा रहा है।
सभा में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर धार्मिक मुद्दों पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण के रास्ते में सबसे अधिक रोड़े कांग्रेस ने ही अटकाए थे। उन्होंने कहा, “देश आज़ाद हुआ 1947 में, लेकिन भगवान राम का मंदिर बनने में अगर कोई बाधा बना, तो वह कांग्रेस थी। आज वे ही राम को अपना बताने लगे हैं।”
कार्यक्रम में नागरिकों की भारी भीड़ उमड़ी, और लोग जान जोखिम में डालकर कुएं के जाल पर खड़े होकर मुख्यमंत्री को सुनते रहे। यह सभा न सिर्फ एक विकास कार्य की समीक्षा का मंच थी, बल्कि राजनीतिक दिशा और सामाजिक जुड़ाव का भी एक जीवंत उदाहरण बनी।