जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
प्रयागराज में आस्था का सैलाब उमड़ा हुआ है, लेकिन इस पावन महाकुंभ में अब एक नया विवाद भी जन्म ले चुका है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने किन्नर अखाड़ा द्वारा पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाने के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है। धीरेंद्र शास्त्री ने मंच से दो टूक कहा – “प्रभाव में आकर किसी को संत या महामंडलेश्वर कैसे बनाया जा सकता है?”
बागेश्वर बाबा का गुस्सा उनके शब्दों में साफ झलक रहा था। व्यंग्य करते हुए बोले, “हम खुद आज तक महामंडलेश्वर नहीं बन पाए, लेकिन बॉलीवुड से आई एक अभिनेत्री को इतनी बड़ी पदवी दे दी गई! क्या बस किसी की अतीत की पहचान ही उसे संत बना सकती है?
बता दें, इससे पहले ट्रांसजेंडर कथावाचक जगतगुरु हिमांगी सखी और योग गुरु बाबा रामदेव भी ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनाए जाने पर कड़ी आपत्ति जता चुके हैं। एक इंटरव्यू में ट्रांसजेंडर कथावाचक ने कहा कि, “किन्नर अखाड़ा ने ऐसा सिर्फ पब्लिसिटी के लिए किया है। समाज को उनका पास्ट अच्छे से पता है। अचानक से वो भारत में आती हैं और महाकुंभ में चली आती हैं और उनको महामंडलेश्वर का पद दे दिया जाता है। इसकी जांच होनी चाहिए।”
वहीं, योग गुरु बाबा रामदेव का भी यही कहना है कि किसी को भी उठाकर महामंडलेश्वर बना दिया जा रहा है। बाबा रामदेव ने कहा, “एक दिन में कोई संत नहीं बन जाता है, इसके लिए कई वर्षों की साधना लगती है। हम लोगों को इस साधुता को पाने में 50-50 सालों का तप लगा है, इसको संतत्व कहते हैं। साधु होना बहुत बड़ी बात है। महामंडलेश्वर तो बहुत बड़ा तत्व है। आजकल मैं देख रहा हूं कि किसी की भी मुंडी पकड़कर महामंडलेश्वर बना दिया जा रहा है, ऐसा नहीं होना चाहिए।”