जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
दिल्ली में सत्ता परिवर्तन होते ही राजनीतिक घमासान तेज हो गया है! CM रेखा गुप्ता ने शपथ लेते ही AAP सरकार के फैसलों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। सबसे पहला झटका उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी और उनके मंत्रियों को दिया— उनके पर्सनल स्टाफ को तत्काल हटा दिया गया है! यही नहीं, जो अधिकारी और कर्मचारी दूसरी जगह नियुक्त किए गए थे, उन्हें तुरंत अपने मूल विभाग में रिपोर्ट करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
लेकिन ये तो सिर्फ शुरुआत थी! आज दोपहर रेखा गुप्ता अपनी पहली बड़ी मीटिंग करने जा रही हैं, जिसमें दिल्ली जल बोर्ड और PWD के अधिकारियों को खासतौर पर बुलाया गया है। इस बैठक में PWD मंत्री प्रवेश वर्मा भी शामिल होंगे और चर्चा होगी दिल्ली की जर्जर सड़कों और पानी की समस्याओं पर।
इस बीच, 24 फरवरी से दिल्ली विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है, जो तीन दिन तक चलेगा। 27 फरवरी को CAG की 14 रिपोर्ट सदन में पेश की जाएंगी, जिससे सियासी बवंडर खड़ा होने की पूरी आशंका है ।
जानकारी के लिए बता दें, रेखा गुप्ता ने सत्ता संभालते ही पहली कैबिनेट बैठक में आयुष्मान भारत योजना को मंजूरी दी, जिसे AAP सरकार ने रोक रखा था। उन्होंने कहा, “अब हम दिल्ली की असली चिंता करेंगे और PM मोदी के नेतृत्व में इसे उसका हक दिलाएंगे!” रेखा गुप्ता ने विपक्ष पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, “AAP और कांग्रेस को नई सरकार की आलोचना से पहले अपनी पार्टी संभालनी चाहिए! कई लोग पार्टी छोड़ना चाहते हैं। जब CAG की रिपोर्ट आएगी, तब बहुत से लोगों के काले कारनामे उजागर हो जाएंगे!”
गौरतलब है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 20 फरवरी को शपथ ली और इसके चार घंटे बाद ही मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया। रेखा गुप्ता ने वित्त मंत्रालय समेत 8 महत्वपूर्ण विभाग अपने पास रखे। वहीं, प्रवेश वर्मा को PWD, विधायी मामले, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण, जल और गुरुद्वारा चुनाव का जिम्मा सौंपा गया। रोहिणी से चौथी बार जीते भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता को विधानसभा का स्पीकर और मुस्तफाबाद से विधायक मोहन सिंह बिष्ट को डिप्टी स्पीकर बनाया जाएगा।