रात में रोटी-चावल खाना पड़ सकता है भारी! जानिए हेल्थ एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

रोटी और चावल – ये दो नाम हर भारतीय रसोई की बुनियाद हैं। सुबह का नाश्ता चाहे हल्का हो, लेकिन लंच या डिनर में ज़्यादातर घरों में या तो रोटी होती है या चावल – या फिर दोनों। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन दोनों अनाजों को खाने का भी एक सही समय होता है? अगर आप बिना सोचे-समझे दिन के किसी भी हिस्से में रोटी-चावल खा रहे हैं, तो ये आदत आपकी सेहत को भारी नुकसान पहुँचा सकती है।

आज के दौर में मोटापा, डायबिटीज़ और पाचन से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इसका एक बड़ा कारण है हमारा खराब खान-पान और गलत समय पर खाना। रात के खाने में रोटी और चावल खाना इस समस्या को और बढ़ा देता है। दरअसल, रोटी और चावल दोनों ही कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देने का काम करते हैं। लेकिन रात के समय जब शरीर विश्राम की स्थिति में होता है, तब ये ऊर्जा उपयोग नहीं हो पाती और शरीर इसे फैट के रूप में जमा करने लगता है। यही मोटापे की जड़ बनती है।

इतना ही नहीं, रात में रोटी-चावल खाने से शरीर का मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है। ऐसे में ये खाना आसानी से पच नहीं पाता, जिससे गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याएं पैदा होती हैं। कई बार तो लोग इस कारण नींद न आने की शिकायत भी करते हैं। वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन, खासकर रोटी-चावल, जब रात में खाया जाता है तो यह शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है, जो डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा पैदा करता है।

तो क्या रोटी-चावल खाना पूरी तरह छोड़ देना चाहिए? बिल्कुल नहीं। रोटी और चावल दोनों ही हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी हैं, लेकिन इनका सेवन सही समय पर करना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो रोटी-चावल खाने का सबसे उपयुक्त समय है — दोपहर का भोजन (लंच टाइम)। दोपहर के समय शरीर की पाचन क्रिया सबसे सक्रिय होती है, जिससे रोटी और चावल अच्छी तरह पच जाते हैं और शरीर को पर्याप्त ऊर्जा भी मिलती है।

रोटी में जहां फाइबर और मिनरल्स होते हैं, वहीं चावल शरीर को त्वरित ऊर्जा देने का काम करता है। दोपहर के वक्त ये दोनों अनाज न सिर्फ शरीर को पोषण देते हैं बल्कि दिनभर की थकान से निपटने में भी मदद करते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि रिफाइंड चावल (सफेद चावल) की बजाय ब्राउन राइस या छोटे अनाज का उपयोग करना अधिक लाभदायक होता है।

निष्कर्ष ये है: रोटी-चावल का सेवन बंद नहीं करना है, बल्कि उनके सेवन का समय और मात्रा समझदारी से तय करनी है। खासकर रात के समय हल्का भोजन करना चाहिए, जिसमें सब्ज़ियां, सूप, दाल और हल्की रोटी जैसी चीजें हों। अगर आप हेल्दी और फिट रहना चाहते हैं, तो अपने खानपान को लेकर थोड़ी जागरूकता और समय का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह की चिकित्सकीय सलाह, डाइट बदलाव या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर या डायटिशियन से परामर्श अवश्य करें।

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