त्योहारों का मौसम शुरू होते ही सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. आज यानी 30 सितंबर को भारत भर में सोने के दाम एक ही दिन में 1,400 रुपए तक बढ़ गए, जिससे खरीददारों और निवेशकों के बीच हलचल मच गई है. वहीं चांदी ने भी बाजार को चौंकाते हुए 1,000 रुपए की छलांग लगाकर नया रिकॉर्ड बना दिया है.चांदी की कीमतों की बात करें तो, आज उसने भी रिकॉर्ड स्तर छू लिया और लगभग 1,51,000 रुपए प्रति किलोग्राम की कीमती दर दर्ज की गई. सोमवार को दिल्ली में चांदी की कीमतें 7,000 रुपये बढ़कर 1.5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गईं. खास बात तो ये है कि देश की राजधानी दिल्ली में चांदी की कीमतों में लगातार चौथे दिन इजाफा देखने को मिला था
सोने और चांदी की कीमतें दुनिया भर के बाजारों में तय होती हैं. जब वैश्विक निवेशक अस्थिरता या आर्थिक अनिश्चितता महसूस करते हैं, तो वे इन धातुओं में निवेश बढ़ा देते हैं जिससे कीमतें ऊपर जाती हैं. जब बाजार में तेजी का माहौल बन जाता है, निवेशक डरते हुए अब खरीद ले की मानसिकता में आ जाते हैं. इस तरह की भावना खुद कीमतों को और ऊपर ले जाती है.
भारत में सोना अधिकतर आयात किया जाता है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर में बिकता है. अगर डॉलर की तुलना में रुपये कमजोर हो जाए तो सोना और चांदी भारत में महंगा हो जाती है. इसके अलावा सरकार पर नीतिगत शुल्क (duty), जीएसटी, परिवहन लागत, और स्थानीय व्यापारियों का मार्जिन भी कुल कीमत में जुड़ता है। इनके बढ़ने से खुदरा दरों में वृद्धि होती है. वहीं भारत में सोना सिर्फ निवेश नहीं, बल्कि एक रीतिरिवाजी महत्व भी रखता है. त्यौहार, शादियां, वरमाला आदि अवसरों पर मांग बढ़ जाती है, जिससे कीमतों पर दबाव बनता है