जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
चारधाम यात्रा का पावन अवसर एक बार फिर भक्तों के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर होने जा रहा है। इस वर्ष गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलने के साथ यात्रा का शुभारंभ होगा, और केदारनाथ व बद्रीनाथ धाम भी इसके बाद भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे। भगवान शिव और विष्णु के आशीर्वाद से परिपूर्ण इस यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया 11 मार्च से शुरू हो जाएगी।
यात्रा को आधार कार्ड से जोड़ने की तैयारी
इस बार यात्रा को और व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए पंजीकरण को आधार कार्ड से जोड़ने की योजना बनाई जा रही है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) को इस संबंध में प्रस्ताव भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही आधार आधारित पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इससे यात्रियों की पहचान सुनिश्चित होगी और सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जा सकेगा।
पिछले वर्ष की दिक्कतों से सबक
पिछले साल चारधाम यात्रा में 46 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे थे। हालांकि, शुरुआती दिनों में पंजीकरण संबंधी परेशानियों के कारण कई यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। इसी को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष 60% ऑनलाइन और 40% ऑफलाइन पंजीकरण की योजना बनाई गई है। ऑफलाइन पंजीकरण यात्रा शुरू होने से 10 दिन पहले शुरू होंगे, ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो।