कुबेरेश्वर धाम में आस्था का महासंगम, रुद्राक्ष महोत्सव में उमड़ा भक्तों का सैलाब: 25 फरवरी से अब तक 30 लाख श्रद्धालुओं ने लिया शिवपुराण कथा का पुण्य लाभ, एक करोड़ से अधिक रुद्राक्ष हुए अभिमंत्रित; समापन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे CM

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

सीहोर के पावन कुबेरेश्वर धाम में भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। रुद्राक्ष महोत्सव के पवित्र अवसर पर लाखों श्रद्धालु भगवान शिव की भक्ति में लीन हो रहे हैं। शिवपुराण कथा के अमृतमय शब्दों से संपूर्ण धाम भक्तिमय हो उठा है। श्रद्धालुओं की सेवा के लिए रोज 50 क्विंटल से ज्यादा रोटियां, 40 क्विंटल खिचड़ी, 20 क्विंटल नमकीन, मीठी बूंदी और ठंडाई बांटी जा रही है। दूर-दूर से भक्तों का आना जारी है, यहां तक कि अमेरिका से भी एक परिवार शिवपुराण कथा सुनने के लिए पहुंचा है।

25 फरवरी से प्रारंभ हुए रुद्राक्ष महोत्सव में अब तक 30 लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान शिव की कथा का पुण्य लाभ ले चुके हैं। प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के ओजस्वी वचनों से पूरा धाम शिवमय हो गया है। कथा के दौरान एक करोड़ से अधिक रुद्राक्ष अभिमंत्रित किए जा चुके हैं, जिसे भक्तगण अपनी भक्ति और आस्था के प्रतीक के रूप में धारण कर रहे हैं।

इस भव्य आयोजन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी पहुंचे और पं. प्रदीप मिश्रा से आशीर्वाद प्राप्त किया। अपने संबोधन में उन्होंने कुपोषण दूर करने के लिए गाय पालन को बढ़ावा देने और शराब की दुकानों की जगह दूध की दुकानें खोलने की बात कही। इसके साथ ही 2028 के सिंहस्थ के लिए उन्होंने वचन दिया कि शिप्रा नदी में वर्षभर जल उपलब्ध रहेगा और श्रद्धालु शुद्ध शिप्रा जल में स्नान कर सकेंगे

समाजसेवा की अनूठी पहल: हर दिन एक कन्या का विवाह

कुबेरेश्वर धाम में सेवा कार्यों की कड़ी में विठलेश सेवा समिति ने घोषणा की है कि हर दिन एक कन्या का नि:शुल्क विवाह कराया जाएगा। यानी सालभर में 365 बेटियों की शादी धाम में संपन्न होगी।

कुबेरेश्वर धाम में आयोजित यह रुद्राक्ष महोत्सव सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक सेवा, अन्नदान और संस्कारों के प्रचार-प्रसार का केंद्र भी बन चुका हैश्रद्धालुओं की आस्था, सेवाभाव और भक्ति ने इसे एक पावन महायज्ञ का स्वरूप दे दिया है। हालाँकि, इस विशाल आयोजन के दौरान तीन श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर भी सामने आई है। गुजरात से आई मंजू (55), जबलपुर के गोलू कोष्टा (25) और कानपुर के विजेंद्र की अलग-अलग कारणों से मौत हो गई।

सोमवार सुबह करीब 6 बजे अचेत हालत में मिलने पर एक महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि की। कोतवाली थाना पुलिस को जानकारी भेजी। प्राथमिक जानकारी के मुताबिक, महिला का नाम मंजू (55) है। वह कुबेरेश्वर धाम में चल रहे रुद्राक्ष महोत्सव में कथा सुनने गुजरात से आई थी। उसके साथ कौन था और वह गुजरात में कहां की रहने वाली है, इसका पता नहीं चल सका है।

इससे पहले कुबेरेश्वर धाम में रविवार को गोलू कोष्टा (25) की मौत हुई थी। वह जबलपुर का रहने वाला था। गोलू के रिश्तेदार राहुल कोष्टा ने बताया कि वह अपने चार साथियों के साथ कथा सुनने पहुंचा था। तेज गर्मी के कारण उसे चक्कर आ गया और वह नीचे गिर पड़ा। जिला अस्पताल में डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। शनिवार को धाम में कानपुर से आए विजेंद्र ने दम तोड़ दिया था।

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