जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर सोमवार को चल रहे भारत और इंग्लैंड के बीच रोमांचक टेस्ट मैच का अंतिम दिन बेहद तनावपूर्ण और भारतीय प्रशंसकों के लिए निराशाजनक साबित हो रहा है। 193 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम 93 रन पर अपने 7 विकेट गंवा चुकी है, और जीत अब एक असंभव सी चुनौती नजर आने लगी है। क्रीज पर रवींद्र जडेजा और युवा नीतीश कुमार रेड्डी संघर्ष कर रहे हैं, जबकि भारत को अभी भी 100 रन की दरकार है।
इससे पहले भारत ने अपने दिन की शुरुआत 58/4 के स्कोर से की थी, लेकिन पहले सेशन में ही टीम ने जल्दबाजी में तीन और अहम विकेट गंवा दिए। सबसे पहले ऋषभ पंत, जो एक बार फिर से बड़ी पारी खेलने में असफल रहे, 9 रन पर जोफ्रा आर्चर की गेंद पर बोल्ड हो गए। आर्चर की यह रफ्तार और सटीकता पंत के लिए बहुत भारी पड़ी।
इसके बाद केएल राहुल, जो अब तक टीम की उम्मीद बने हुए थे, 24वें ओवर में 39 रन की अच्छी पारी खेलकर बेन स्टोक्स की गेंद पर LBW हो गए। राहुल का विकेट गिरते ही इंग्लैंड की जीत की खुशबू लॉर्ड्स की हवा में घुलने लगी।
25वें ओवर में भारत को एक और बड़ा झटका तब लगा, जब वॉशिंगटन सुंदर बिना खाता खोले ही जोफ्रा आर्चर की गेंद पर कैच एंड बोल्ड आउट हो गए। यह आर्चर का तीसरा विकेट था और भारतीय बल्लेबाजी क्रम की रीढ़ टूट चुकी थी।
अब क्रीज पर हैं रवींद्र जडेजा और नीतीश कुमार रेड्डी, जिनके सामने इंग्लैंड की घातक गेंदबाजी और एक पहाड़ जैसा दबाव है। दर्शकगैलरी में मौजूद भारतीय फैन्स की धड़कनें तेज हो चुकी हैं, वहीं इंग्लैंड के समर्थक हर ओवर के साथ अपनी जीत को और करीब आता देख उत्साह में हैं।
इससे पहले मैच की पहली पारी में भारत और इंग्लैंड ने 387-387 रन बनाकर बराबरी की। यह अपने आप में एक दुर्लभ स्थिति थी, जहां दोनों टीमों को पहली पारी में कोई बढ़त नहीं मिल सकी। इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 192 रन बनाकर भारत को 193 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया।
प्लेइंग 11 की बात करें तो –
भारत की कप्तानी कर रहे शुभमन गिल, ओपनिंग जोड़ी में यशस्वी जायसवाल, और मध्यक्रम में केएल राहुल, करुण नायर, ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ी मौजूद थे। ऑलराउंड विभाग में रवींद्र जडेजा, नीतीश रेड्डी, और वॉशिंगटन सुंदर जैसे नाम शामिल थे। वहीं गेंदबाजी की कमान बुमराह, सिराज, और आकाश दीप के हाथ में थी।
इंग्लैंड की ओर से बेन स्टोक्स कप्तानी कर रहे हैं और जो रूट, ओली पोप, हैरी ब्रूक, क्रिस वोक्स, और तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने टीम को संतुलित बनाए रखा है। शोएब बशीर और ब्रायडन कार्स जैसे युवा खिलाड़ियों ने भी दम दिखाया है।
अब मुकाबले में बस एक ही सवाल रह गया है—क्या जडेजा और रेड्डी कोई चमत्कार कर सकते हैं, या इंग्लैंड लॉर्ड्स पर एक और ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगा? जवाब अगले कुछ ओवरों में सामने होगा। मगर फिलहाल भारत हार की कगार पर है और इस संकट से निकलना किसी चमत्कार से कम नहीं होगा।