जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला हाई-वोल्टेज सेमीफाइनल मुकाबला अब नहीं खेला जाएगा। 31 जुलाई को होने वाले इस बहुप्रतीक्षित मैच से भारतीय टीम ने खेलने से इनकार कर दिया है। यह फैसला केवल एक खेल को नहीं, बल्कि एक मजबूत राष्ट्रहित की भावना को दर्शाता है। इससे पहले भी 20 जुलाई को लीग स्टेज में भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार किया था, जिसके चलते वह मुकाबला रद्द करना पड़ा था।
इस पूरे घटनाक्रम का बड़ा कारण हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को माना जा रहा है। हमले के विरोध में WCL की मुख्य स्पॉन्सर ट्रैवल-टेक कंपनी EaseMyTrip ने टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया है। कंपनी के को-फाउंडर ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया कि, “आतंकवाद और क्रिकेट साथ-साथ नहीं चल सकते। हम किसी ऐसे आयोजन का समर्थन नहीं कर सकते जो आतंक को पोषित करने वाले देश के साथ संबंध सामान्य करने की कोशिश करे।” उन्होंने लिखा – “देश पहले, व्यापार बाद में।”
भारतीय खिलाड़ियों के इस फैसले ने एक बार फिर दिखा दिया कि खेल से भी बड़ा कुछ होता है – और वह है राष्ट्रहित। टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने साफ कर दिया है कि वे मैदान में उतरने से पहले यह देखेंगे कि उनके सामने कौन खड़ा है।
गौरतलब है कि WCL की आयोजक संस्था के पास भारतीय टीम के खेलने से इनकार करने के बाद मुकाबले को रद्द करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। टूर्नामेंट की स्पॉन्सर कंपनी ईजमायट्रिप पहले ही यह साफ कर चुकी थी कि भले ही उसका टूर्नामेंट से 5 साल का करार है, लेकिन वह पाकिस्तान से जुड़े किसी भी मैच का समर्थन नहीं करेगी।
टीम इंडिया, जिसकी अगुवाई कर रहे हैं युवराज सिंह, इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर चुकी है। टीम में शिखर धवन, सुरेश रैना, यूसुफ पठान, इरफान पठान, हरभजन सिंह, रॉबिन उथप्पा और अन्य कई दिग्गज शामिल हैं। इन खिलाड़ियों ने फैंस को भरपूर रोमांच दिया, लेकिन जब बात देश की प्रतिष्ठा की आई, तो उन्होंने पीछे हटने में भी गर्व महसूस किया।