इंदौर का ‘नगर चा राजा’: गणेश पंडाल में श्रद्धा, निर्भया से लेकर नीला ड्रम हत्याकांड की लगी झांकियां, आयोजक बोले – लव जिहाद और महिला अपराधों से बचाने का संदेश ही मकसद!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

इंदौर के गणेशोत्सव पंडाल इस बार केवल भक्ति और सजावट तक सीमित नहीं हैं, बल्कि सामाजिक जागरूकता का मंच भी बन गए हैं। नेहरू नगर रोड नंबर 3 पर स्थापित “नगर चा राजा” गणेश पंडाल इस बार चर्चा में है। यहां 25 युवाओं की टीम ने पारंपरिक सजावट के साथ-साथ समाज को झकझोर देने वाली हाल की बड़ी आपराधिक और सामाजिक घटनाओं को भी मॉडल और पोस्टर्स के जरिए प्रस्तुत किया है।

गणेशजी की प्रतिमा के आसपास ऐसे मॉडल लगाए गए हैं, जिनमें महिलाओं के खिलाफ हुई हिंसक घटनाओं को दिखाया गया है। इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड, दिल्ली का श्रद्धा हत्याकांड और मेरठ का चर्चित नीला ड्रम केस यहां विशेष रूप से दर्शाए गए हैं। इन मॉडलों में खून के धब्बे और डमी देखकर लोग पहले सहम जाते हैं, लेकिन पास में लगे पोस्टर्स पढ़कर उन्हें आयोजकों का संदेश समझ आता है।

राजा रघुवंशी हत्याकांड का संदेश

पहले पोस्टर में इंदौर के राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम का फोटो है। शीर्षक दिया गया है – “इंदौर का नाम बदनाम”। पोस्टर में युवाओं और माता-पिता के लिए संदेश लिखा गया है कि – “जिंदगी में सबकुछ करना, लेकिन किसी मां के बेटे की जिंदगी खराब मत करना। बेटियों को बचाया है, अब बेटों को भी बचाना होगा।”
यह संदेश समाज में आपसी रिश्तों और जिम्मेदारियों पर गहरी चोट करता है।

मेरठ का नीला ड्रम हत्याकांड

एक अन्य मॉडल मेरठ की मुस्कान रस्तोगी द्वारा पति सौरभ राजपूत की हत्या पर आधारित है। इस केस में आरोपी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर लाश को नीले ड्रम में छिपा दिया था। पंडाल में नीला ड्रम और मुस्कान की डमी लगाकर इस घटना को दर्शाया गया है।

निर्भया केस और महिलाओं पर अपराध

पंडाल में 2012 के निर्भया कांड को भी जगह दी गई है। ग्राफिक रूप में एक बच्ची को दरिंदों के चंगुल में दिखाया गया है और संदेश दिया गया है – “निर्भया से लेकर कोलकाता की डॉक्टर तक… कानून बदले पर अपराध नहीं रुके, साल बदले पर हालात नहीं।”

गो हत्या और पर्यावरण का संदेश

गोमाता की हत्या को रोकने की अपील भी यहां की थीम का हिस्सा है। गाय के साथ एक रक्तरंजित हथियार का मॉडल लगाया गया है, जिस पर संदेश है – “कहीं बाढ़ तो कहीं सूखा है, गो माता बचा लो अभी भी मौका है।”

शहीद जवानों को श्रद्धांजलि

गणेशजी के सामने शहीद सैनिक का प्रतीकात्मक मॉडल रखा गया है। इसमें तिरंगे से ढके ताबूत और उस पर गुलाब की पंखुड़ियां रखी गई हैं। संदेश लिखा है –“मैंने देश में एक हिंदू होने की कीमत चुकाई है।” यह मॉडल देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

दहेज और झूठे केसों पर प्रहार

दहेज प्रथा और झूठे मामलों से जुड़े संदेश भी पंडाल में लगाए गए हैं। एक पोस्टर पर लिखा है – “दहेज प्रथा नहीं, यह भीख मांगने का तरीका है। फर्क सिर्फ इतना है कि देने वाला झुकता है और लेने वाला अकड़ता है।” इसके साथ एक डमी पुरुष को फांसी के फंदे के साथ दिखाया गया है, जो समाज में पुरुषों की पीड़ा को उजागर करता है।

श्रद्धा हत्याकांड का सजीव मॉडल

सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाला मॉडल श्रद्धा हत्याकांड से जुड़ा है। इसमें एक खुला फ्रिज दिखाया गया है, जिसके अंदर कटे हुए शरीर के टुकड़े रखे हैं। पोस्टर पर संदेश दिया गया है – “हिंदू युवती के 35 टुकड़े… अब्दुल की दीवानी बनोगी तो फ्रिज और सूटकेस में निवास पाओगी। सनातन शेरनी बनोगी तो पूजी जाओगी।” यह संदेश आयोजकों के अनुसार “लव जिहाद” से युवतियों को सावधान करने के लिए है।

इस थीम के पीछे एडवोकेट लखन गोगड़े और उनकी टीम का प्रयास है। उनका कहना है कि – “इन घटनाओं के जरिए हम समाज, खासकर हिंदू युवतियों को जागरूक करना चाहते हैं। लव जिहाद जैसे मामलों को लेकर चेताना और महिलाओं को सही रास्ता दिखाना ही हमारा उद्देश्य है।”

भक्तों की प्रतिक्रिया

पंडाल देखने आए एडवोकेट अशोक दशोरा ने कहा – “यहां लगाए गए मॉडल और पोस्टर हिंसक नहीं बल्कि गहरा संदेश देते हैं। लोग, खासकर महिलाएं, इसे सकारात्मक रूप से ले रही हैं। ऐसे आयोजनों में सामाजिक संदेश ज्यादा जरूरी है।”

गणेशोत्सव का यह अनोखा पंडाल भक्ति के साथ-साथ समाज को आईना भी दिखा रहा है। आयोजकों की इस पहल ने न केवल इंदौर में, बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा बटोर ली है।

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