जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भारत आज गर्व के साथ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मना रहा है। यह दिन महिलाओं की उपलब्धियों का सम्मान करने और उनके सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का अवसर है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए देशभर की महिलाओं को शुभकामनाएं दीं और एक अनोखी पहल की घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने कहा, “महिला दिवस पर हम अपनी नारी शक्ति को नमन करते हैं! हमारी सरकार ने हमेशा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम किया है, जो हमारी योजनाओं और कार्यक्रमों में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।” उन्होंने बताया कि आज के दिन उनके सोशल मीडिया अकाउंट उन महिलाओं द्वारा संचालित किए जाएंगे, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है।
यह पहली बार नहीं है जब महिलाओं को प्रधानमंत्री का सोशल मीडिया हैंडल करने का अवसर मिला हो। 2020 में भी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सात सफल महिलाओं ने पीएम मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट को संभाला था। इस अनोखी पहल के जरिए इन महिलाओं को न सिर्फ अपनी कहानियां साझा करने का मंच मिला, बल्कि उन्होंने अपने अनुभवों से लाखों लोगों को प्रेरित किया।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार के मजबूत कदम
पीएम मोदी ने इस अवसर पर एक बार फिर दोहराया कि उनकी सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, उज्ज्वला योजना, महिला उद्यमिता योजनाएं और मुद्रा योजना जैसी पहल इस दिशा में सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
इस विशेष दिन पर पूरे देश में नारी शक्ति का उत्सव मनाया जा रहा है। हर महिला, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रही है, जो अपने परिवार, समाज और देश के विकास में योगदान दे रही है, वास्तव में इस सम्मान की हकदार है।
इसी कड़ी में आपको बता दें, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी महिला दिवस के मौके पर एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सभी को बधाई! आज हम महिलाओं की उपलब्धियों और योगदान का जश्न मनाते हैं। हम महिलाओं के अधिकारों, समानता और सशक्तिकरण के उद्देश्य को मजबूत करने के लिए ठोस प्रयास करने का भी संकल्प लेते हैं। हमारी बहनें और बेटियाँ कांच की छतें तोड़ रही हैं और सीमाओं को लांघ रही हैं। आइए हम महिलाओं को उनकी यात्रा में समर्थन देने का संकल्प लें, यह सुनिश्चित करते हुए कि कोई भी पीछे न छूट जाए क्योंकि वे विभिन्न क्षेत्रों में नए रास्ते बना रही हैं। साथ मिलकर हम एक लैंगिक समानता वाली दुनिया बना सकते हैं जहाँ महिलाएँ और लड़कियाँ बिना किसी डर के अपने सपनों को पूरा कर सकती हैं।”