Haryana की नौ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय नहीं होने के कारण Congress आलाकमान Haryana में सर्वे करा रहा है. यह सर्वे खासतौर पर भिवानी-महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम की सीटों के लिए कराया जा रहा है. संभावना है कि अगले एक-दो दिन में सर्वे रिपोर्ट आ जाएगी और इसी रिपोर्ट के आधार पर उम्मीदवार तय होंगे, न कि किसी गुट की सिफारिश के आधार पर. वहीं Congress नेता Rahul Gandhi बुधवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं, इस दौरान Haryana में टिकटों को लेकर चर्चा हो सकती है.
राज्य में दो सीटों पर Congress उम्मीदवारों को लेकर असमंजस की स्थिति है. गुरुग्राम से पूर्व CM Bhupendra Singh Hooda अभिनेता राज बब्बर का नाम आगे बढ़ा रहे हैं तो कुमारी शैलजा गुट पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव की दावेदारी को मजबूत बता रहा है.
इसी तरह, भिवानी सीट पर कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी श्रुति चौधरी के लिए पैरवी कर रहे हैं, जबकि Hooda यहां से महेंद्रगढ़ विधायक राव दान सिंह को टिकट दिलाने पर अड़े हैं। इनके अलावा हिसार सीट पर भी विवाद है, क्योंकि यहां से सभी पार्टियों ने जाट समुदाय के चेहरे पर दांव खेला है, ऐसे में Congress पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को टिकट देगी या नहीं, इस पर संशय है.
Hooda यहां से पूर्व मंत्री और सांसद जेपी को टिकट दिलाने की कोशिश में हैं। हालांकि उपसमिति ने तीन सीटों के लिए नाम तय कर राष्ट्रीय अध्यक्ष Mallikarjun Kharge को रिपोर्ट सौंप दी है, लेकिन ये नाम तय नहीं हुए हैं. अब पार्टी Haryana में एक और फाइनल सर्वे करा रही है, इस सर्वे के आधार पर नए सिरे से नाम तय किए जाएंगे.
एक तर्क यह भी है कि सभी दिग्गजों को चुनाव लड़ना चाहिए.
Congress में टिकटों को लेकर चल रही खींचतान के बीच यह भी तर्क दिया जा रहा है कि Haryana Congress के सभी दिग्गज चेहरों को लोकसभा चुनाव में उतारा जाएगा. हालांकि, ज्यादातर बड़े चेहरे लोकसभा की बजाय विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं. Hooda गुट ने कुमारी शैलजा को लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है, जबकि शाहरुख गुट पूर्व CM Bhupendra Singh Hooda को चुनाव लड़ने के लिए कह रहा है. क्योंकि पिछली बार हुड्डा ने सोनीपत से चुनाव लड़ा था, हालांकि वह चुनाव हार गए थे.
बिना संगठन और उम्मीदवार के भी Congress चर्चा में
खास बात यह है कि BJP ने दस सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं और वह लगातार प्रचार में जुटे हुए हैं. लेकिन Congress के पास न तो Haryana में कोई संगठन है और न ही अभी तक उसके उम्मीदवार तय हुए हैं, बावजूद इसके प्रदेश में Congress की चर्चा है. सूची में देरी को लेकर जहां Congress कार्यकर्ताओं और नेताओं में बेचैनी बढ़ रही है, वहीं विपक्षी दल गुटबाजी को लेकर Congress पर निशाना साध रहे हैं. प्रदेश का कोई भी बड़ा नेता ऐसा नहीं है जो Congress के बारे में न बोल रहा हो.