Kaithal: कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की जीत को एक दशक पूरा हो गया है. इन 10 सालों में BJP ने अपना मजबूत आधार तैयार कर लिया है. अब हालात ऐसे हैं कि ये बाकी पार्टियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है.
सबसे खास पहलू यह है कि लोकसभा चुनाव की रणभूमि ‘कुरुक्षेत्र’ में BJP ने हर बार एक नए योद्धा को मैदान में उतारा है. साल 2014 में राजकुमार सैनी पहली बार यहां लोकसभा पहुंचे. बगावत के बाद पार्टी ने 2019 में राज्य सरकार के तत्कालीन श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री Nayab Singh को मैदान में उतारा और विजयी रहे.
नवीन जिंदल को बनाया उम्मीदवार
यहां से भेजे गए पैनल में मौजूदा सांसद Nayab Singh का ही नाम था, लेकिन Nayab Singh मुख्यमंत्री बन गए और पार्टी को फिर चेहरा बदलना पड़ा। इस बार कुरूक्षेत्र से दो बार सांसद रह चुके नवीन जिंदल को उम्मीदवार बनाया गया है.
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लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं के लिए वह कोई नया चेहरा नहीं हैं, बल्कि BJP की राजनीति में नये हैं। हालांकि, नवीन Haryana विकास पार्टी के साथ गठबंधन का हवाला देते हुए अपने पिता दिवंगत ओम प्रकाश जिंदल और भारतीय जनता पार्टी के साथ अपने 30 साल पुराने रिश्ते का हवाला दे रहे हैं.
वोट प्रतिशत भी बढ़ा
BJP का वोट प्रतिशत भी करीब डेढ़ गुना तक बढ़ गया है. 2014 के लोकसभा चुनाव में राजकुमार सैनी को 4 लाख 18 हजार 112 वोट मिले थे, जो कुल पड़े वोटों का 36.81 फीसदी था. दूसरे नंबर पर रहे INLD के बलबीर सैनी को 25.39 फीसदी वोट मिले, जबकि तीसरे नंबर पर रहे Congress के नवीन जिंदल को 25.33 फीसदी वोट मिले.
इस चुनाव में वोट प्रतिशत का सबसे ज्यादा नुकसान Congress को हुआ था, जो -20.04 फीसदी था. साल 2019 में Nayab Saini को छह लाख 86 हजार 588 वोट मिले थे, जो कुल मतदान का 55.98 फीसदी था. इस साल BJP को Congress की सीटों पर दोगुने से भी ज्यादा वोट मिले थे.v