जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में खेलों के सुनियोजित और समग्र विकास को लेकर बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2028 में लॉस एंजिल्स में होने वाले ओलंपिक सहित सभी अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में मध्यप्रदेश के खिलाड़ी अधिक से अधिक संख्या में भाग लें और पदक जीतकर देश-प्रदेश का नाम रोशन करें—इसके लिए राज्य सरकार हरसंभव सहयोग दे रही है। मुख्यमंत्री ने यह बात मध्यप्रदेश ओलंपिक संघ की जबलपुर में आयोजित वार्षिक बैठक को मुख्यमंत्री निवास से वर्चुअली संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्पष्ट किया कि प्रदेश में खेल अधोसंरचना का विस्तार तेजी से किया जा रहा है। खिलाड़ियों को न केवल उत्कृष्ट प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है, बल्कि उन्हें अन्य आवश्यक संसाधन, प्रोत्साहन और सुविधाएं भी दी जा रही हैं ताकि वे अंतरराष्ट्रीय मंच पर पूरे आत्मविश्वास के साथ उतर सकें। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ओलंपिक संघ को राज्य शासन की ओर से हर स्तर पर सहयोग दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश ओलंपिक संघ पिछले 73 वर्षों से खेल क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभा रहा है और उसकी सेवाओं को राज्य सरकार सराहना के साथ देख रही है। उन्होंने खुशी जताई कि हाल ही में उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों में मध्यप्रदेश ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए पहली बार देशभर में तीसरा स्थान प्राप्त किया। यह उपलब्धि खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और पूरी खेल व्यवस्था की एक बड़ी सफलता है।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि वर्तमान में मध्यप्रदेश के पास देश का सबसे मजबूत खेल इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है। आज प्रदेश में 22 से ज्यादा हॉकी एस्ट्रोटर्फ और 15 अत्याधुनिक एथलेटिक ट्रैक मौजूद हैं, जो देश के किसी अन्य राज्य में नहीं हैं। इसके अलावा प्रदेश में 18 एक्सीलेंस स्पोर्ट्स अकादमियाँ संचालित हो रही हैं, जहाँ युवा खिलाड़ियों को विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ओलंपिक संघ के सभी पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं और आशा जताई कि वे आने वाले वर्षों में प्रदेश को खेलों के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। बैठक में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय वर्चुअली शामिल हुए, जबकि अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा तथा खेल एवं युवक कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री मनु श्रीवास्तव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। जबलपुर में आयोजित बैठक में ओलंपिक संघ के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे, जिन्होंने भविष्य की योजनाओं और रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया।