जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मानसून ने इस साल अपनी उपस्थिति कुछ ज्यादा ही प्रभावशाली ढंग से दर्ज कराई है। प्रदेश में अब तक 28.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 47% अधिक है। यह राज्य के वार्षिक कोटे का 77% है, और अभी मानसून का आधा सफर बाकी है।
हालांकि फिलहाल, प्रदेश में मौसम शांत है और 6 से 10 अगस्त तक हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने सभी जिलों में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी का अलर्ट जारी किया है।
पूर्वी एमपी बना ‘बारिश का हब’
जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग जैसे पूर्वी हिस्सों में बादल खासे मेहरबान रहे हैं। यहां औसतन 51% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। वहीं, पश्चिमी एमपी—भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग—भी पीछे नहीं हैं, जहां 43% अधिक वर्षा दर्ज हुई है।
अभी तक कहां कितना पानी गिरा
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गुना: 45.8 इंच (सबसे अधिक)
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निवाड़ी: 45.1 इंच
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मंडला, टीकमगढ़: 44 इंच
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अशोकनगर: 42 इंच
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विदिशा, जबलपुर, बालाघाट, सागर: 30 इंच से ऊपर
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इंदौर: सिर्फ 11 इंच (सबसे कम)
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बुरहानपुर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा: 11 से 13 इंच तक
बाढ़ का प्रकोप: दो महीने में 275 मौतें
जून से जुलाई तक के दो महीनों में, बाढ़ और उससे जुड़ी घटनाओं में 275 लोगों की जान चली गई। इसके अलावा 1657 पशुओं की मौत हुई और 3980 मकानों को नुकसान पहुंचा है। 254 सड़कें और पुल भी बारिश के कहर से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
डैम और नदियां हुईं उफान पर
पिछले हफ्ते रायसेन में बेतवा नदी अपने विकराल रूप में नजर आई। खेत, मंदिर और सड़कें डूब गईं। कई डैम ओवरफ्लो हो गए। उधर, उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में यमुना का पानी दुकानों तक घुस गया।
स्वतंत्रता दिवस पर बारिश का बड़ा सिस्टम सक्रिय होगा
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, अगस्त के दूसरे सप्ताह से एक मजबूत सिस्टम एक्टिव होगा, जो तीव्र वर्षा का कारण बनेगा। संभावना जताई जा रही है कि स्वतंत्रता दिवस के आसपास तेज बारिश हो सकती है। वहीं, रक्षाबंधन के दिन बारिश की संभावना काफी कम है।
मानसून का कोटा अगस्त में ही पूरा होने की उम्मीद
चूंकि अब तक औसतन 9 इंच से अधिक अतिरिक्त वर्षा हो चुकी है, इसलिए अनुमान है कि अगस्त में ही सामान्य बारिश का लक्ष्य पार हो जाएगा। इस बार भारतीय मौसम विभाग ने भी सामान्य से ज्यादा बारिश का संकेत पहले ही दे दिया था।