जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
राजस्थान के चूरू जिले में बुधवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। भारतीय वायु सेना का जगुआर फाइटर जेट चूरू के राजलदेसर थाना क्षेत्र के गांव भाणूदा में दोपहर करीब 12 बजकर 40 मिनट पर क्रैश हो गया। इस दर्दनाक हादसे में विमान के पायलट और को-पायलट दोनों शहीद हो गए।
हादसा इतना भयावह था कि फाइटर जेट का मलबा कई सौ मीटर तक इलाके में बिखर गया। घटनास्थल के पास बुरी तरह क्षत-विक्षत शवों के टुकड़े भी मिले, जिन्हें देख ग्रामीण दहल उठे। चूरू एसपी जय यादव ने बताया कि इस हादसे में दो लोगों की मौत हुई है। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया कि तकनीकी खराबी के चलते पायलट समय रहते इजेक्ट नहीं कर पाए, जिससे उनकी जान नहीं बच सकी।
भारतीय वायु सेना ने इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित कर दी है ताकि दुर्घटना के असली कारणों का पता लगाया जा सके। सेना के अधिकारियों ने कहा है कि जांच पूरी होने के बाद ही विस्तृत विवरण सार्वजनिक किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, यह जगुआर फाइटर जेट श्रीगंगानगर के पास स्थित सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ा था। यह एक टू-सीटर ट्रेनिंग विमान था, जिसका उपयोग पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए किया जाता है। हादसे के वक्त इसमें पायलट के साथ को-पायलट भी मौजूद थे।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने पहले विमान की गड़गड़ाहट जैसी आवाज सुनी, उसके बाद अचानक एक जोरदार धमाका हुआ। लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकले और देखा कि खेतों में आग की लपटें उठ रही थीं। तुरंत ही प्रशासन और पुलिस को घटना की जानकारी दी गई।
घटनास्थल पर सेना का एक हेलिकॉप्टर भी पहुंचा, जिसे सड़क पर लैंड कराकर राहत और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। सेना और वायुसेना के अधिकारी मौके पर डेरा डाले हुए हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि पिछले पांच महीनों में देश में तीन जगुआर फाइटर जेट क्रैश हो चुके हैं। इससे वायु सेना के इस पुराने लेकिन महत्वपूर्ण लड़ाकू विमान की तकनीकी विश्वसनीयता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।